गोंडा में दलित लड़कियों पर तेजाब फेंकने की घटना दर्दनाक- आइपीऍफ़
लखनऊ: “उत्तर प्रदेश बना महिलायों की कबरगाह” यह बात एस आर दारापुरी, राष्ट्रीय प्रवक्ता, आल इंडिया पीपुल्स फ्रंट ने प्रेस को जारी ब्यान में कही है. उन्होंने कहा है कि उत्तर प्रदेश में हाथरस बलात्कार एवं हत्या का मामला अभी चल ही रहा है कि कल रात गोंडा में तीन दलित लड़कियों जिनमें दो नाबालिग हैं, पर तेजाब फेंक दिया गया जोकि बहुत दर्दनाक है. उत्तर प्रदेश में महिलाओं पर निरंतर हो रही हिंसा ने भाजपा के बेटी बचाओ- बेटी पढाओ नारे और महिलाओं पर अपराध में कमी होने के दावे की पोल खोल दी है. इसी प्रकार महाराज गंज की एक महिला ने स्थानीय थाने पर उसकी शिकायत न सुने जाने से दुखी हो कर आज लखनऊ में विधान भवन के सामने आग लगा ली जिससे वह बुरी तरह से जख्मी हो गयी है और उसका इलाज चल रहा है|

दरअसल उत्तर प्रदेश में महिलाओं पर हिंसा के अपराध बढ़ने का मुख्य कारण यह है कि प्राय हिंसा करने वालों के विरुद्ध कार्रवाही करने की बजाये उत्तर प्रदेश सरकार विभिन्न कारणों से हिंसा करने वालों के साथ खड़ी दिखाई देती है जिसका हाथरस, शाहजहाँनपुर का स्वामि चिन्मय नन्द तथा उन्नाव का सेंगर बलात्कार मामला जवलंत उदाहरण हैं.

अतः आइपीऍफ़ उत्तर प्रदेश सरकार से प्रदेश में महिलाओं पर बढ़ते अपराध को रोकने तथा दोषियों के विरुद्ध कानून के अंतर्गत सख्त कार्रवाही करने की अपेक्षा करता है ताकि उत्तर प्रदेश में महिलाएं सुरक्षित रह सकें.