लखनऊ:
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 8वें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आज यहां राजभवन में आयोजित योगाभ्यास कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि योग हमारे ऋषि-मुनियों का प्रसाद है। पहले योग केवल हमारे देश तक सीमित था। कोरोना महामारी में हम सभी को अहसास कराया है कि हमारे जीवन में स्वास्थ्य का कितना अधिक महत्व है और योग इसमें कितना बड़ा योगदान निभा रहा है।

योगाभ्यास कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस हमारी योग रूपी विरासत पर हम सबको गौरवान्वित होने का एक माध्यम है। योग हमें अनुशासन में बांधकर निरोगता और शारीरिक एवं मानसिक विकास की ओर लेकर जाता है। योग एक छोटी सी व्यवस्था से एक बड़े आयाम की ओर हम सबको ले जाने का कार्य करता है। यदि शरीर स्वस्थ है, तो धर्म के सभी साधन स्वयं क्रमवार सफल होते जाएंगे, लेकिन यदि शरीर आरोग्य नहीं है तो धर्म का कोई भी साधन सफल नहीं हो सकता। नियमित योगाभ्यास करने वाले व्यक्तियों पर बुढ़ापे एवं रोग का असर नहीं पड़ता। योग से स्वस्थ शरीर को प्राप्त किया जा सकता है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को योग से जुड़ना चाहिए। योग मानवता के कल्याण का माध्यम है।

आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ ने कहा कि आज प्रदेश के 75 हजार स्थानों पर योगाभ्यास के विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं, जिनमें 58 हजार ग्राम पंचायतें, 14 हजार नगरीय निकाय, 03 हजार सांस्कृतिक एवं धार्मिक स्थल शामिल हैं।