टीम इंस्टेंटखबर
तमाम जद्दोजेहद और अड़ंगों के बाद राहुल गाँधी का काफिला लखनऊ एयरपोर्ट से लखीमपुर के लिए निकल पड़ा है, राहुल गाँधी के साथ पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और के सी वेणुगोपाल भी हैं. राहुल का काफिला रास्ते में ही सीतापुर में प्रियंका गाँधी को अपने साथ लेगा जिन्हें पचास घंटे बाद यूपी पुलिस ने छोड़ दिया है और लखीमपुर जाने की इजाजत दे दी है.

इससे पहले लखनऊ एयरपोर्ट के अंदर राहुल गांधी धरने पर बैठ गए. उनका आरोप था कि प्रशासन उन्हें लखीमपुर खीरी जाने नहीं दे रहा है. कांग्रेस ने कहा कि पहले राहुल गांधी को जाने की इजाजत दी गई लेकिन अब प्रशासन की तरफ से नई-नई शर्तें रखी जा रही हैं. कांग्रेस के मुताबिक, राहुल गांधी को प्रशासन यानी पुलिस की गाड़ी में बैठकर जाने के लिए कहा जा रहा था. पार्टी के प्रवक्ता अखिलेश सिंह ने कहा कि जब राहुल गांधी प्रशासन की सुरक्षा में ही जा रहे हैं तो पुलिस की गाड़ी में बैठकर जाने के लिए क्यों कहा जा रहा है?

राहुल गांधी ने कहा, “हम अपनी कार में (लखीमपुर खीरी) जाना चाहते हैं लेकिन वे (पुलिस) हमें अपने वाहन में ले जाना चाहते हैं. मैंने उनसे कहा कि मुझे अपने निजी वाहन में जाने दें. वे कुछ योजना बना रहे हैं. मैं यहां बैठा हूं.”

मिली जानकारी के मुताबिक, एयरपोर्ट पर विवाद दो बातों को लेकर था. प्रशासन ने बकायदा रूट और गाड़ियां तय की हुई थीं लेकिन राहुल ने उनसे जाने से इनकार कर दिया. इसके अलावा प्रशासन राहुल को एयरपोर्ट के दूसरे गेट से निकालना चाहता था. लेकिन राहुल ने कहा कि वह मेन गेट से ही जाएंगे. प्रशासन राहुल को सीधा लखीमपुर जाने को कह रहा था, लेकिन राहुल ने कहा कि वह पहले सीतापुर जाएंगे और वहां से प्रियंका के साथ ही लखीमपुर जाएंगे. प्रसाशन ने राहुल की सारी बातें मान ली.