योगी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए कमर कस चूका है कांग्रेस कार्यकर्ता: दिलप्रीत सिंह

एजाजुल हसन
लखीमपुर खीरी कांड पर सियासी रूप से कांग्रेस पार्टी ने बाज़ी मार ली है. केंद्रीय गृह राज्यमंत्री की कार से किसानों को रौंदने वाली घटना को प्रियंका गाँधी के नेतृत्व में जिस तरह उठाया उससे योगी सरकार को बैक फुट पर आना पड़ा. पिछले दो दिनों से कांग्रेस महासचिव और यूपी इंचार्ज प्रियंका गाँधी की हिरासत और बाद में गिरफ़्तारी पर कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतरकर योगी सरकार के तानाशाही बर्ताव का जिस प्रकार खुलकर विरोध किया उसके लिए शायद भाजपा सरकार को भी गुमान नहीं था. ऐसे में आज जब दिल्ली में राहुल गाँधी ने प्रेस वार्ता करके लखीमपुर जाने का एलान किया तो योगी सरकार के हाथ पैर फूल गए. लखनऊ एयरपोर्ट और पूरे रास्ते में सुरक्षा जवानों की चप्पे चप्पे पर तैनाती कर दी गयी ताकि राहुल गाँधी को रोकने पर कार्यकर्त्ता अगर भड़क जाये तो उन्हें काबू में किया जा सके.

एयरपोर्ट जाने वाले रास्ते पर राहुल के आने की खबर के बाद से ही कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं का जमावड़ा था. एयरपोर्ट मोड़ के पास शहर कांग्रेस अध्यक्ष दिलप्रीत सिंह और राष्ट्रीय जनवादी समाज पार्टी के अध्यक्ष मोहम्मद अकरम अंसारी के नेतृत्व में पहुंचे जत्थे का पुलिस कर्मियों के साथ काफी संघर्ष हुआ. यह लोग अपने नेता राहुल गाँधी का स्वागत करने पहुंचे थे मगर पुलिस प्रशासन उनको आगे बढ़ने से रोक रहा था बाद में इस जत्थे में शामिल 50-60 लोगों को जिसमें प्रदेश महासचिव कांग्रेस पार्टी मधुबाला, मोमिन अंसार सभा के मोहम्मद इकराम अंसारी, इंडस्ट्रीज वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष और लखनऊ मध्य विधानसभा के प्रत्याशी पद के आवेदक मोहम्मद यूनुस सिद्दीक़ी शामिल रहे को जबरन गिरफ्तार कर ईको गार्डन पहुंचा दिया।

ईको गार्डन पहुंचकर इन लोगों को इस बात की खबर मिली कि प्रियंका गाँधी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी का संघर्ष रंग लाया है और योगी सरकार ने घुटने टेकते हुए राहुल गाँधी और प्रियंका वाड्रा समेत पांच लोगों को लखीमपुर जाने की इजाज़त दे दी है.

इस खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए मोहम्मद अकरम अंसारी ने कहा कि कांग्रेस का इतिहास रहा है शांतिपूर्ण संघर्ष से अन्याय के खिलाफ न्याय को जीत दिलाने का. आज एकबार फिर फासीवाद पर लोकतंत्र की जीत हुई है.

वहीँ शहर कांग्रेस अध्यक्ष दिलप्रीत ने कहा कि हमारे लोकप्रिय नेताओं को लखीमपुर जाने की इजाज़त देना इस बात का सबूत है कि योगी सरकार को इस बात का एहसास हो गया था कि कांग्रेस किसानों की इस शहादत पर चुप बैठने वाली नहीं। कांग्रेस का जोशीला कार्यकर्ता राहुल गाँधी और प्रियंका वाड्रा के नेतृत्व में योगी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए अब कमर कस चूका है.