टीम इंस्टेंटखबर
लखीमपुर मामले को प्रियंका गाँधी ने जिस प्रकार हैंडल किया है उसपर शिवसेना फ़िदा हो गयी. शिवसेना ने प्रियंका की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनमें अपनी दादी इंदिरा गाँधी जैसा ज़ज़्बा है.

शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में एक संपादकीय में कहा गया, “चूंकि वह (प्रियंका गांधी) कांग्रेस पार्टी की महासचिव हैं, उन पर राजनीतिक हमला हो सकता है, लेकिन वह महान नेता इंदिरा गांधी की पोती भी हैं जिन्होंने देश के लिए महान बलिदान दिया और पाकिस्तान (बांग्लादेश में) का विभाजन किया. जिन लोगों ने उन्हें अवैध रूप से हिरासत में लिया था, उन्हें इस बात से अवगत होना चाहिए था.”

मराठी दैनिक में पार्टी ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके पंजाब समकक्ष चरणजीत सिंह चन्नी को लखमीपुर खीरी जाने से रोकने पर यह भी पूछा कि क्या भारत-पाकिस्तान जैसी कोई दुश्मनी थी और देश के संघीय ढांचे में इसे “अजीब घटना” करार दिया.

शिवसेना ने कहा कि प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश प्रशासन से तीखे सवाल किए कि उनका अपराध क्या था और उन्हें हिरासत में लेने के लिए क्या उनके खिलाफ वारंट जारी किया गया था या उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. संपादकीय में आरोप लगाया गया कि (उत्तर प्रदेश) प्रशासन ने न सिर्फ उन्हें रोका बल्कि उनके साथ धक्का-मुक्की भी की गई. इसमें कहा गया, “प्रियंका गांधी एक निर्भीक नेता एवं योद्धा हैं. उनकी आंखों और आवाज में इंदिरा गांधी जैसा ही जज्बा है.”