टीम इंस्टेंटखबर
पेगासस जासूसी स्कैंडल (Pegasus spying scandle) पर द वायर की रिपोर्ट ने भारत में सियासी भूचाल ला दिया है, पता चला है कि कांग्रेस नेता राहुल गाँधी (Rahul Gandhi) और राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर (PK) भी इस हैकिंग के शिकार हुए हैं. इस मामले पर एक टीवी चैनल से बात करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि उन्होंने हैकिंग से बचने के लिए पांच बार मोबाइल हैंडसेट बदला, लेकिन हैकिंग जारी है. द वायर की रिपोर्ट में फोरेंसिक विश्लेषण के हवाले से लिखा गया है कि प्रशांत किशोर के फोन से हाल ही में 14 जुलाई को छेड़छाड़ की गई थी.

द वायर की रिपोर्ट में बताया गया कि 300 भारतीय नंबरों की हैकिंग लिस्ट मिली है, जिन्हें निशाना बनाया गया. कांग्रेस नेता राहुल गांधी, टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और दूसरे केंद्रीय मंत्री प्रह्ललाद पटेल का नंबर भी उस हैकिंग लिस्ट में शामिल था. 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले 2018-2019 के बीच इन नंबरों को निशाना बनाया गया था. हालांकि, इस मामले पर सरकार की ओर से भी सफाई आई थी. सरकार ने हैकिंग में शामिल होने से साफ इनकार किया है.

इस मामले को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार क़ानून और संविधान की हत्या कर रही है. मोदी सरकार ने देशद्रोह किया है, राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ किया है. मोदी सरकार बेडरूम की बातें भी सुन रही है.