बाराबंकी:
वरिष्ठ अधिवक्ता फौजदारी अहमद नईम खान की आज 16वीं पुण्यतिथि पर गांधी भवन में आयोजित शोकसभा में पूर्व वरिष्ठ उपाध्यक्ष ज़िला बार एसोसिएशन दिलीप गुप्ता ने कहा की अहमद नईम साहब की आदत में शुमार था जूनियर की मदद करना व हमेशा जूनियर अधिवक्ताओं की रहबरी करना, आज हमारे बीच में नईम साहब नहीं है लेकिन उनके दिखाए रास्ते पर हमको चलना है ! वरिष्ठ अधिवक्ता फ़रहत उल्ला क़िदवई ने कहा कि अहमद नईम खाँ फ़ौजदारी के बड़े वकील के साथ-साथ एक बेहतरीन इंसान थे वह हर किसी को प्यार मोहब्बत की नजरों से देखते थे।

जिला बार के पूर्व अध्यक्ष बृजेश दीक्षित ने अध्यक्षता करते हुए कहा कि नईम बाबू सीआरपीसी के बहुत अच्छे जानकार थे और वह हमेशा जूनियर से कहते थे कि अच्छा अधिवक्ता बनने के लिए पढ़ना जरूरी है मेहनत से दिल लगाकर पढ़ो और 2 घंटा कम से कम चेंबर में रोज़ बैठो !

अधिवक्ता फ़ौजदारी दानिश सिद्दीक़ी के सफ़ल संचालन में हुई शोक़सभा में अधिवक्ता निशात अहमद, अधिवक्ता अब्दुल रहमान भाई अब्दुल रहमान इक़बाल क़िदवई, अधिवक्ता हाईकोर्ट सरदार आलोक सिंह, मृत्युंजय शर्मा, विनय कुमार सिंह गुड्डू, सतनाम वर्मा, फ़ारूक़ अहमद, धनंजय शर्मा डब्बू, मोहम्मद असलम बबलू, फ़राज़ अहमद खान, रिंकू वर्मा, मंटू वर्मा, अजय यादव आदि ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए ..! वरिष्ठ अधिवक्ता फ़ौजदारी हुमायूं नईम खान ने आए हुए सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद दिया।