टीम इंस्टेंटखबर
जमीयत उल्माए हिन्द महमूद मदनी गुट के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने प्रेस नोट जारी कर मुसलमानों से अपील की है कि ऐसे मामलों को लेकर सार्वजनिक प्रदर्शन करने से बचना होगा.

प्रेस नोट में लिखा है कि ज्ञानवापी मस्जिद जैसे मुद्दे को सड़क पर न लाया जाए और सभी प्रकार के सार्वजनिक प्रदर्शनों से बचा जाए. उसी नोट में ये भी कहा गया है कि इस मामले में मस्जिद इंतेजामिया कमेटी एक पक्षकार के रूप में विभिन्न अदालतों में मुकदमा लड़ रही है. उनसे उम्मीद है कि वे इस मामले को अंत तक मजबूती से लड़ेंगे. देश के अन्य संगठनों से अपील है कि वे इसमें सीधे हस्तक्षेप न करें. जो भी सहायता करनी है, वह अप्रत्यक्ष रूप से इंतेजामिया कमेटी की की जाए.

उलेमा, वक्ताओं और गणमान्य व्यक्तियों और टीवी पर बहस करने वालों से अपील है कि वह टीवी डिबेट और बहस में भाग लेने से परहेज करें. यह मामला न्यायालय में विचाराधीन है, इसलिए सार्वजनिक डिबेट में भड़काऊ बहस और सोशल मीडिया पर भाषणबाजी किसी भी तरह से देश और मुसलमानों के हित में नहीं है.

शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट इस मामले की सुनवाई करने वाला वाला है. पिछले आदेश में सुप्रीम कोर्ट ने तथाकथित शिवलिंग वाले इलाके को सुरक्षित करने की बात कही थी. ये भी स्पष्ट कर दिया गया था कि नमाज के लिए नहीं रोका जाएगा.