टीम इंस्टेंटखबर
देश में कोरोना के मामले 6 गुना से ज्यादा बढ़ने के बाद कोरोना वायरस की तीसरी लहर और ओमिक्रॉन वेरिएंट के मद्देनजर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय होम आइसोलेशन की गाइडलाइन बदल दी हैं. बता दें कि ओमिक्रॉन का डबलिंग रेट 3 दिनों का है.

होम आइसोलेशन की नई गाइडलाइन को प्रभावी रूप से अमल में लाने को लेकर राज्यों को कंट्रोल रूम दुरुस्त रखने को कहा गया है. जिससे मरीज की मॉनिटरिंग राज्य सही से कर पाएं और उस मरीज की तबियत बिगड़ने पर उसको होम आइसोलेशन से अस्पताल में एडमिट करने की जरूरत हो तो एंबुलेंस, टेस्टिंग से लेकर अस्पताल में बेड आसानी से मिल पाए.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, ”होम आइसोलेशन के तहत मरीजों को छुट्टी दे दी जाएगी और कम से कम 7 दिन सकारात्मक परीक्षण और लगातार 3 दिनों तक बुखार नहीं होने के बाद क्वारंटाइन समाप्त किया जाएगा। होम क्वारंटाइन की अवधि समाप्त होने के बाद पुन: परीक्षण की कोई आवश्यकता नहीं है.”

होम आइसोलेशन की नई गाइडलाइन:

  • बुजुर्ग मरीजों को डॉक्टर की सलाह पर होम आइसोलेशन की अनुमति।
  • हल्के लक्षण वाले मरीज़ घर पर रहेंगे।
  • होम क्वारंटाइन में रहने वालों के लिए प्रॉपर वेंटिलेशन रहना जरूरी।
  • मरीज ट्रिपल लेयर मास्क पहनने की सलाह।
  • मरीज को ज्यादा से ज्यादा लिक्विड लेने की सलाह।
  • ऐसे मरीज एचआईवी, जिनका ट्रांसप्लांट हुआ हो और कैंसर के पेशंट हैं, उनके डॉक्टर की सलाह के बाद ही होम आइसोलेशन करना चाहिए।
  • बिना लक्षण वाले और हल्के सिम्पटम वाले मरीज जिनका आक्सीजन सेचुरेशन 93% से ज्यादा हो उन्हें होम आइसोलेशन।
  • माइल्ड और एसिम्प्टोमेटिक ऐसे मरीज जो होम आइसोलेशन में होंगे उनसे जिले स्तर पर कंट्रोल रूम लगातार संपर्क में रहना होगा। जो उन्हें जरूरत पड़ने पर टेस्टिंग और हॉस्पिटल बेड समय पर करवा सके।
  • मरीज को एस्टरॉयड लेने की मनाही, सिटी स्कैन और चेस्ट एक्सरे बिना डॉक्टर की सलाह के मनाही।
  • पोजिटिव होने के होम आइसोलेशन होने पर 7 दिन के बाद खत्म हो जाएगा और साथ में 3 दिन तक बुखार लगातार ना रहे तो होम आइसोलेशन खत्म माना जाएगा और दोबारा टेस्ट की जरूरत नहीं होगी।