लखनऊ: सरकार और वक्फ बोर्ड के खिलाफ आवाज उठाने पर इमाम ए जुमा और मजलिस ए उलेमा ए हिन्द के महासचिव मौलाना कल्बे जव्वाद की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। वक्फ बोर्ड के खिलाफ अभियान चलाने पर मौलाना कल्बे जव्वाद पर साल 2003 व 2015 में दर्ज हुए मुकदमों पर संज्ञान लेते हुए क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय ने मौलाना से उनका पासपोर्ट 10 दिनों में सरेंडर करने को कहा है। इसकी जानकारी मौलाना को एक पत्र के जरिये दी गई है। पासपोर्ट कार्यालय के अनुसार पुलिस की रिपोर्ट के आधार पर यह कार्रवाई की गई है।

क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी की ओर से मौलाना को एक अप्रैल को पत्र जारी किया गया है। इसमें उन पर दर्ज मुकदमों का हवाला देते हुए उनको पासपोर्ट सरेंडर करने को कहा गया है। पिछले साल मौलाना कल्बे जव्वाद के नेतृत्व में वक्फ बोर्ड के खिलाफ रमजान के महीने में एक जुलूस निकाला गया था। जुलूस में पुलिस व लोगों के बीच भिड़ंत हो गई थी। इसमें कई उलमा के साथ पुलिसवालों को भी चोट आई थी। इसके बाद भी मौलाना ने कई बार वक्फ बोर्ड के खिलाफ आंदोलन किया था। जिस पर पुलिस ने उन पर कई धाराओं में मुकदमे दर्ज किए थे।