लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी ने कहा जोर-शोर से वादें पूरे करने की बात करने वाले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पूरे किये गये वादों को तो गिना दे। प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा मंच पर मुख्यमंत्री नेताजी (मुलायम सिंह यादव) के कामों के आगे बढ़ाने की बात करते है किन्तु कन्या विद्याधन को लेकर कन्फूजन क्यों ? पहले मुख्यमंत्री और अब उनके मंत्री के वक्तव्यों से स्पष्ट है कि वादों से मुकरती सरकार की सत्ता वापसी पर अंसमजस है।

सोमवार को पार्टी मुख्यालय पर प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि आईएएस वीक के समय उद्बोधन करते समय चुनावी चिंता में नजर आये मुख्यमंत्री अब अफसरों के भरोसे सरकार वापसी की बात कर रहे है। एक तरफ तो अफसरशाही का प्रयोग सत्ता वापसी के लिए करना चाहते है दूसरी ओर धमकी देने की बात भी करते है कि हमारा नुकसान हुआ तो किसी को बख्शेंगे नहीं। पंचायत चुनाव में अफसरशाही का बेजा प्रयोग हुआ, लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाई गयी, बिना एक भी जिला पंचायम सदस्य लडे़, बिना एक भी क्षेत्र पंचायत सदस्य लड़े जब जिला पंचायत अध्यक्ष और क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष बनाने की बारी आयी तो सब इनके।

उन्होंने कहा अब तो बड़बोले मंत्री आजम खां भी सार्वजनिक रूप से मंचों से सत्ता में नहीं वापसी की बात अगर-मगर करके स्वीकार कर रहे है। राज्य में पूरे होते वादों का नारा देने वाले, वादें पूरे करने में फिसड्डी साबित हुये, क्या हुआ लैपटाप का, क्या एक भी टैबलेट बंटे। वादा किया था उपज की लागत मुल्य तय करने के लिए आयोग के गठन का, कहा तीन माह में आयोग बनेगा, लागत मूल्य का 50 प्रतिशत जोडकर जो राशि आयेगी, उस आधार पर फसलों का समर्थन मूल्य होगा, इसी के आधार पर खरीद सुनिश्चित की जाएगी। क्या पूरे हो गये, बार-बार किसानों के प्रति मंचों से हमर्ददी की बात करते मुख्यमंत्री क्या इस सच को स्वीकार करेंगे कि आज भी राज्य में किसान आत्महत्या कर रहे है। 

श्री पाठक ने कहा झूठ और लफ्फाजी का सहारा ले बेरोजगारी भत्ता, बारहवीं पास सभी विद्यार्थियों को एक-एक लैपटाप, कक्षा 10 उत्तीर्ण विद्यार्थियों को एक-एक टैबलेट, लड़कियों के लिए कन्या विद्या धन देने का वादा करने वालों को क्यों इन वादों की याद नहीं आ रही हैं। यश भारती पुरूस्कार बांटते समय मुख्यमंत्री ने मुलायम ंिसह के द्वारा शुरू किये गये कामों को आगे बढ़ाने की बात तो की पर क्या कन्या विद्याधन पूर्व की भांति बट रहा है। पेंशन योजना के जो आकड़े मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पेश करते है क्या बटी ?