नई दिल्ली: रिलायंस ग्रुप के मालिक अनिल अंबानी इन दिनों काफी मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। रिलायंस ग्रुप की कंपनी रिलायंस कम्यूनिकेशन दिवालियापन के कागार पर पहुंच गई है और अनिल अंबानी पर करीब 46,000 करोड़ रुपए का कर्ज है। साल 2006 में स्थिति ये थी कि अनिल अंबानी की कुल संपत्ति 14.8 बिलियन डॉलर थी और वह उस वक्त फोर्ब्स की रिपोर्ट के मुताबिक भारत के तीसरे सबसे बड़े अमीर थे। लेकिन 2019 आते-आते काफी कुछ बदल चुका है। अनिल अंबानी की संपत्ति घटकर 1.2 बिलियन डॉलर रह गई है। इस साल की शुरुआत से अब तक अनिल अंबानी अपनी निजी संपत्ति का 26% हिस्सा यानि कि 408 मिलियन डॉलर या 2900 करोड़ रुपए गंवा चुके हैं।

एरिक्सन इंडिया ने अनिल अंबानी के खिलाफ 550 करोड़ रुपए का भुगतान नहीं करने और कोर्ट की अवमानना का केस दाखिल किया हुआ है। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर सुनवाई करते हुए अनिल अंबानी को निर्देश दिए हैं कि वह और रिलायंस कम्यूनिकेशन के दो निदेशक कोर्ट द्वारा तय की गई तारीख में भुगतान नहीं कर पाने के कारण 1 करोड़ रुपए का जुर्माना दें। कोर्ट ने यह भी साफ किया है कि यदि अनिल अंबानी 4 हफ्ते में एरिक्सन इंडिया के बकाए का भुगतान नहीं करते हैं तो उन्हें 3 माह के लिए जेल भी भेजा जा सकता है।

सुप्रीम कोर्ट द्वारा अनिल अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस कम्यूनिकेशन को कोर्ट की अवमानना का दोषी बताए जाने के साथ ही कंपनी के शेयरों में भारी गिरावट आयी है। बता दें कि रिलायंस कम्यूनिकेशन के शेयरों में 9.46% की गिरावट आयी है। वहीं रिलायंस कैपिटल, रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस पॉवर के शेयर भी 4.26% की गिरावट के साथ बंद हुए। खबर के अनुसार, रिलायंस कम्यूनिकेशन पर 39 विभिन्न ऋणदाताओं का करीब 46,000 करोड़ रुपए का कर्ज है।

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार, रिलायंस कम्यूनिकेशन को 4 हफ्तों में 453 करोड़ रुपए जमा करने हैं, वरना अनिल अंबानी की गिरफ्तारी भी हो सकती है। अब रिलायंस ने अपने शेयरधारकों से इजाजत से कंपनी के बैंक अकाउंट में रखे 260 करोड़ रुपए सीधे एरिक्सन के खाते में जमा करने की इजाजत मांगी है। इस मामले में रिलायंस पहले ही सुप्रीम कोर्ट के समक्ष 118 करोड़ रुपए जमा कर चुकी है।