लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि महिला सुरक्षा, सम्मान व स्वावलम्बन से महिला सशक्तिकरण होगा, इसके लिए जागरूकता आवश्यक है। इसी क्रम में राज्य सरकार द्वारा ‘मिशन शक्ति अभियान’ का संचालन किया जा रहा है, जिसके सकारात्मक परिणाम दिखायी दे रहे हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि ‘मिशन शक्ति अभियान’ अपने लक्ष्यों को प्राप्त करेगा और महिलाओं के सशक्तिकरण से पूरे समाज व देश में समृद्धि आएगी।

मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर हिन्दुस्तान मिशन शक्ति महासंवाद कार्यक्रम को वर्चुअल माध्यम से सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट उपलब्धियां और सफलताओं को हासिल करने वाली 10 महिलाओं से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद भी किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में अनेक महिलाएं व बालिकाएं अपने विशिष्ट कार्यों, उपलब्धियों व सफलताओं से समाज को राह दिखा रही हैं और लोगों की प्रेरणास्रोत बन रही हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला अपराधों का प्रमुख कारण जागरूकता का अभाव है। महिलाओं के सम्मुख आने वाली चुनौतियों से जूझने के लिए जागरूकता उत्पन्न करने के कार्य व्यापक स्तर पर किए जाने जरूरी हैं। इसके दृष्टिगत वर्ष 2020 में शारदीय नवरात्रि के पर्व पर ‘मिशन शक्ति’ के प्रथम चरण का शुभारम्भ किया गया। इस वर्ष 08 मार्च, 2021 को अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर इस अभियान का द्वितीय चरण आरम्भ हुआ।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार नारियों की सुरक्षा, सम्मान व स्वावलम्बन के लिए प्रतिबद्ध व संवेदनशील रही है। वर्ष 2017 में सत्ता में आने के बाद ही राज्य सरकार ने बालिकाओं की सुरक्षा व सम्मान के लिए एण्टी रोमियो स्क्वॉयड के गठन की कार्यवाही की। ‘मिशन शक्ति’ के अन्तर्गत 1,535 थानांे और 350 तहसीलों में महिला हेल्पडेस्क स्थापित की गई हैं, जो प्रभावी ढंग से कार्य कर रही हैं। पुलिस बल में महिलाओं की भर्ती के तहत कार्यवाही की गई है, जिसके परिणामस्वरूप अधिक संख्या में महिलाएं पुलिस बल में शामिल हुई हैं। उन्होंने कहा कि 18 पुलिस परिक्षेत्रीय कार्यालयों में महिला साइबर क्राइम सेल तथा जनपदों में एक-एक महिला पुलिस चौकी-परामर्श केन्द्र की स्थापना की गई है।