अदनान
आसान मैच को मुश्किल बनाकर जीतने में लगता है कोलकाता नाईट राइडर्स को लगता है ज़्यादा मज़ा आता है, बहरहाल आखिर अनुभव काम आया. साकिब और मॉर्गेन ने जीत के लिए ज़रूरी 13 रन बनाकर केकेआर को सेकण्ड क्वालीफ़ायर में पहुंचा दिया जहाँ उसे 13 अक्टूबर को शारजाह में दिल्ली कैपिटल्स से मुकाबला करना है.

RCB ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए KKR के सामने 139 रनों का लक्ष्य रखा जिसे कोलकाता की टीम ने दो गेंद शेष रहते 6 विकेट खोकर पूरा कर लिया। RCB के कप्तान विराट कोहली के लिए एक कप्तान के रूप में अंतिम मैच साबित हुआ. विराट ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि अब वह अगले आईपीएल में RCB की कप्तानी नहीं करेंगे। इस तरह से विराट कोहली अपनी फ्रैंचाइज़ी को बिना कोई खिताब दिलाये कप्तानी से दस्तबरदार हो गए.

हार के बाद बात करते हुए विराट कोहली ने कहा कि मध्य ओवरों में जब उनके स्पिनरों ने हमें दबाए रखा और विकेट झटके वही अंत में हार और जीत का अंतर बना। अंत में बात गेंदबाज़ी पर आ गई। हम अपनी अच्छी शुरुआत को एक बड़े स्कोर में बना सकते थे जो हुआ नहीं। हमने पूरे सीज़न में अच्छी गेंदबाज़ी की और बीच में उस एक ओवर ने मैच को मुश्किल कर दिया। हमने 15 रन कम बनाए और गेंदबाज़ी में उन महंगे ओवरों ने मैच हमारे हाथों से छीन लिया। सुनील, शाकिब और वरुण ने हमपर दबाव बनाया और रन बनाने नहीं दिए। इस टीम के कप्तान के तौर पर मैंने ऐसा माहौल बनाने की कोशिश की है जहां युवा खिलाड़ी अपने आप को व्यक्त कर सकें। मैंने हर साल इस टीम के लिए अपना 120 प्रतिशत दिया है और आगे भी एक खिलाड़ी के तौर पर करता रहूंगा। आने वाले सालों में हम अपने अच्छे काम को जारी रखेंगे और एक अच्छी टीम बनाएंगे। जैसा मैंने पहले कहा था मैं ख़ुद को किसी और टीम के लिए खेलते हुए नहीं देख सकता और मैं आज भी वहीं कहूंगा। मेरे लिए वफ़ादारी बाक़ी सभी चीज़ों से ज़्यादा मायने रखती है।

जब पहले सेशन में आरसीबी ने केकेआर के सामने सिर्फ 139 का लक्ष्य रखा, तभी बहुत हद तक महसूस हो गया था कि दूसरे क्वालीफायर में पहुंचना विराट एंड कंपनी के लिए खासा मुश्किल होगा. और जब शुबमन गिल ने वेंकटेश अय्यर के साथ मिलकर तेज 41 रन जोड़े, तो बाकी बल्लेबाजों का काम आसान हो गया. राहुल त्रिपाठी (6) हालांकि सस्ते में आउट हो गए, लेकिन नितीश राणा (23) और फिर गेंदबाजी में जलवा बिखरने वाले सुनील नरेन (26) की तेज बैटिंग से केकेआर का मंजिल पहुंचना सुनिश्चित होता दिखायी पड़ा. इसी बीच मोहम्मद सिराज ने तीन गेंदों के भीतर ही नरेन और कार्तिक को पवेलियन भेजकर आरसीबी के फैंस में उत्साह जरूर जगाया. यहां से जीत दर्ज करने के लिए एक बार फिर से ऐसा ही वार करने की जरूरत थी, जो आरसीबी की तरफ से नहीं हुआ. और केकेआर ने दो गेंद और चार विकेट बाकी रहते हुए जीत दर्ज करने के साथ ही क्वालीफॉयर 2 में जगह बना ली. चहल, हर्शल और सिराज ने दो-दो विकेट लिए, लेकिन ये नाकाफी रहे क्योंकि इनके आरसीबी के सितारा बल्लेबाज अपने गेंदबाजों को वह चैलेंजिंग स्कोर नहीं ही दे सके, जो उनके बॉलरों के कंधे चौड़ा करता. अगर आरसीबी के खाते में 15-20 और होते, तो उसके इसका खासा फायदा मिलता, लेकिन बल्लेबाजों के जरूरत पर नाकाम होने के चलते आरसीबी का इतिहास में पहली बार खिताब जीतने का सपना भी चूर हो गया.