लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि विकास का कोई विकल्प नहीं होता। प्रदेश विकास की ओर निरन्तर अग्रसर है। आज प्रदेश का कोई भी क्षेत्र विकास से अछूता नहीं है। उन्होंने कहा कि पिछले माह केन्द्र सरकार का बजट आया और 22 फरवरी, 2021 को प्रदेश सरकार ने भी अपना बजट प्रस्तुत किया। केन्द्र और प्रदेश सरकार के बजट विकास एवं रोजगार को ध्यान में रखकर तैयार किये गये हैं।

मुख्यमंत्री आज जनपद गोरखपुर स्थित ब्रह्मलीन महंत दिग्विजय नाथ स्मृति पार्क में आयोजित कार्यक्रम में लगभग कुल 131 करोड़ रुपये की 25 परियोजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास करने के पश्चात अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। मुख्यमंत्री जी द्वारा 7639.29 लाख रुपये की 09 परियोजनाओं का लोकार्पण तथा 5420.12 लाख रुपये की 16 परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया। इसके अतिरिक्त, उन्होंने 09 पटरी व्यवसायियों-श्री संतोष, सुश्री शबनम खातून, श्री धर्मेन्द्र गिरि, श्री मुरारी निषाद, श्रीमती मुन्नी देवी, श्री लालमन, श्री राजेश, श्री पवन कुमार तथा श्री अमरदीप मद्धेशिया सहित कुल 250 पटरी व्यवसायियों को वेन्डिंग जोन का लाभार्थी होने का प्रमाण पत्र प्रदान किया।

मुख्यमंत्री ने एक साथ 25 विकास परियोजनाओं के लोकार्पण/शिलान्यास के लिए जनता को अपनी बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि प्रदेश के अन्दर निरन्तर विकास हो रहा है। हर क्षेत्र में विकास हो रहा है। प्रत्येक जनपद, लोक सभा क्षेत्र, विधान सभा क्षेत्र, विकास खण्ड और गांव में विकास का कोई न कोई कार्य अथवा बड़ी परियोजना संचालित हो रही हैं। उन्होंने विकास की समग्र सोच विकसित किये जाने पर बल देते हुए कहा कि विकास के साथ हर व्यक्ति को जुड़ना होगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे पूर्ण की गयीं परियोजनाओं की गुणवत्ता का भौतिक सत्यापन करंे। उन्होंने कहा कि जिन परियोजनाओं की आधारशिला रखी गयी है उन्हें समयबद्ध ढंग से पूरा किया जाए। निर्माण कार्य में कोई लापरवाही एवं शिथिलता नहीं होनी चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कानून का राज है। महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलम्बन से जुड़े कार्याें को तेजी से आगे बढ़ाया जाये। गांव की बेटी, बहन सबकी बहन, बेटी है ऐसा भाव संस्कार समाज में विकसित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोटे की रिक्त दुकानों के संचालन तथा बाल पुष्टाहार वितरण के कार्य महिला स्वयं सहायता समूह को दिया जा रहा है। उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को न्याय पंचायत स्तर पर गोआश्रय स्थल स्थापित किये जाने के सम्बन्ध में कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिये।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 1990 से बन्द गोरखपुर का खाद कारखाना जुलाई 2021 तक बनकर तैयार हो जायेगा। इससे जहां किसानों को उत्तम खेती के लिए सस्ती एवं गुणवत्तायुक्त उर्वरक उपलब्ध होगी वहीं युवाओं को रोजगार के व्यापक अवसर प्राप्त हांेगे। उन्होंने कहा कि फर्टिलाइजर कारखाना के प्रारम्भ होने से नये भारत का गोरखपुर दिखेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हम प्रधानमंत्री जी के आभारी हैं कि उन्होंने गोरखपुर जनपद में एम्स निर्माण का शिलान्यास वर्ष 2016 में किया, जिससे गोरखपुर बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाओं के केन्द्र के रूप में विकसित हो रहा है। शीघ्र ही एम्स पूर्ण रूप से तैयार हो जायेगा। बी0आर0डी0 मेडिकल कॉलेज में सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक तैयार हो गया है, जिसने कोरोना काल में कोविड हॉस्पिटल के रूप में गोरखपुर एवं पूर्वी उ0प्र0 के लोगों की सराहनीय सेवा की।