टीम इंस्टेंटख़बर
इमरान ख़ान ने अमेरिका द्वारा पहले अफ़ग़ानिस्तान में हस्तक्षेप करने और फिर पोज़िशन कमज़ोर होने और राजनीतिक ढंग से समाधान के मामले पर सवाल उठाते हुए कहा कि अमेरिका ने अफगानिस्तान में हालात खराब कर दिया है।

पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के यह बयान उस वक्त सामने आया है जब अफगानिस्तान से अमेरिकी और नैटो सैनिकों का निष्कासन अंतिम चरण में है। मंगलवार की रात को इमरान ख़ान ने एक साक्षात्कार में कहा कि मुझे लगता है कि अमेरिका ने स्थिति बहुत ख़राब कर दी है। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने सैनिक मार्गों से अफगान समस्या के समाधान खोजने के प्रयासों की आलोचना की और कहा कि ऐसा कभी था ही नहीं।

उनका कहना था कि मुझ जैसे लोग कहते रहे कि सैन्य समाधान संभव नहीं है, जो अफगानिस्तान का इतिहास जानते हैं, हमें अमेरिका विरोधी कहा गया, मुझे तालेबान ख़ान कहा जाता था। उन्होंने खेद व्यक्त किया कि जब अमेरिका को इस बात का आभास हुआ कि अफगानिस्तान का कोई सैनिक समाधान नहीं है तो दुर्भाग्य से अमेरिका और नैटो सौदेबाज़ी की पोज़िशन खो चुके थे।

पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने अफगानिस्तान की स्थिति तो विषम करार देते हुए कहा कि जहां अफगानिस्तान गृहयुद्ध का शिकार हो सकता है वहीं यह मामला भी पेश आ सकता है कि पाकिस्तान की दृष्टि से यह बदतरीन स्थिति है क्योंकि तब हमें दो समस्याओं का सामना हो सकता है जिनमें से एक शरणार्थियों का मामला है।