लखनऊ:
उत्तर प्रदेश सरकार ने रविवार को 24560 करोड़ रुपये के निवेश के लिए सिंगापुर और ऑस्ट्रेलिया की छह कंपनियों के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए है। एमओयू पर हस्ताक्षर करने वाली कंपनियां डेटा सेंटर, लॉजिस्टिक सर्विस, स्मार्ट डिवाइस और आईओटी उत्पादों के लिए ईएमएस, एग्रो-प्रोसेसिंग क्लस्टर, डेटा सेंटर और लॉजिस्टिक पार्क और फूड प्रोसेसिंग में निवेश करेंगी। इससे प्रदेश में 19500 रोजगार के अवसर सृजित होंगे।

दरअसल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राज्य की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डॉलर बनाने के लिए व्यापक कार्य योजना पर काम कर रहे हैं। इसके लिए फरवरी में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस-23) का आयोजन किया जा रहा है। इसे देखते हुए दिसंबर 2022 में जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और ऊर्जा मंत्री एके शर्मा के नेतृत्व में एक टीम सिंगापुर और ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर गई थी। दौरे के दौरान इस टीम ने 9 गवर्नमेंट टू बिजनेस (G2B) और गवर्नमेंट टू गवर्नमेंट (G2G) बैठकें कीं और निवेशकों को GIS में आमंत्रित किया था।

यूपी सरकार द्वारा एक आधिकारिक बयान में कहा गया, दौरे से सिंगापुर और ऑस्ट्रेलिया की 15 कंपनियों ने राज्य में 26,380 करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव रखा। इन प्रस्तावों के लागू होने पर राज्य में 22,250 रोजगार और रोजगार के अवसर सृजित होने की संभावना है। इसी सिलसिले में इनमें से 6 कंपनियों ने इसी महीने उत्तर प्रदेश सरकार के साथ एमओयू साइन किया है और शेष नौ कंपनियों के साथ समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर जीआईएस से पहले होने की संभावना है।