स्पोर्ट्स डेस्क
तिरुवनंतपुरम में मेजबान भारत ने खेले गए सीरीज के आखिरी वनडे मुकाबले में रविवार को श्रीलंका को वनडे इतिहास के सबसे बड़े अंतर 317 रनों से धोकर उसका सीरीज में 3-0 से सूपड़ा साफ कर दिया. मैच से पहले ही सीरीज गंवाने और फिर तीसरे वनडे में भारत के 390 के स्कोेर ने मेहमान बल्लेबाजों पर ऐसा मनोवैज्ञानिक असर डाला कि वास्तव में श्रीलंकाई मैदान पर उतरने से पहले ही पस्त पड़ गए. लेकिन यह असर इतना प्रचंड होगा कि उसे वनडे इतिहास की सबसे बड़े अंतर से हार का दंश झेलना होगा.

इससे पहले न्यूजीलैंड के नाम यह रिकॉर्ड था, जिसने साल 2008 में आयरलैंड को 290 रनों से पराजित किया था. यानी कि पहली बार किसी टीम ने वनडे इंटरनेशनल में 300 प्लस रनों से जीत हासिल की है.

श्रीलंकाई पारी शुरू से ही गर्त में चली गई. उसने शुरुआती दस ओवरों के अंदर ही अपने पांच विकेट खो दिए थे. इन पांच विकेट में से तो चार विकेट मोहम्मद सिराज ने लिए. पावरप्ले के बाद भी श्रीलंकाई टीम का विकेट गिरना जारी रहा और उसने शर्मनाक रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया.

देखा जाए तो श्रीलंका की ओर से केवल तीन बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा छू पाए. ओपनर नुवानिडु फर्नांडो ने 19, कासुन राजिता ने 13 और कप्तान दासुन शनाका ने 11 रनों की पारी खेली. सिराज के अलावा भारत की ओर से मोहम्मद शमी और कुलदीप यादव ने दो-दो विकेट चटकाए. विराट कोहली को प्लेयर ऑफ द मैच और प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया.

इससे पहले टॉस जीतकर पहले बैटिंग करते हुए भारतीय टीम ने 50 ओवरों में पांच विकेट पर 390 रन बनाए. भारतीय पारी के आकर्षण का केंद्र विराट कोहली और शुभमन गिल रहे. विराट कोहली ने 110 गेंदों पर नाबाद 166 रनों की पारी खेली. इस दौरान उन्होंने 13 चौके और आठ छक्के जड़े. वहीं शुभमन गिल ने भी 116 रनों की पारी खेली. कोहली का वनडे में यह 46वां और गिल का दूसरा शतक रहा. श्रीलंका की ओर से कासुन राजिता और लाहिरू कुमारा ने दो-दो विकेट चटकाए थे.