लखनऊ ब्यूरो
उत्तर प्रदेश बोर्ड 10वीं और 12वीं के लाखों छात्रों के लिए बड़ी खबर है क्योंकि बोर्ड बच्चों के रचनात्मक मूल्यांकन की ओर कदम बढ़ाने जा रहा है. इसके लिए विशेषज्ञों की राय भी ली जा चुकी है और जल्द से इसे लागू करने का प्रस्ताव भेजा जाएगा. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शुरुआत में इसे 9वीं में लागू किया जाएगा. इसके बाद 10वीं और 12वीं में लागू कर दिया जाएगा.

विशेषज्ञों से सुझाव मांगे गए हैं कि इन दक्षताओं के विकास के लिए किस प्रकार की गतिविधियों का चयन किया जाए. गतिविधियों को सत्र में कक्षा शिक्षण संग कैसे जोड़ा जाए. छात्र-छात्राओं की दक्षताओं के मापन के लिए क्या मानक होंगे और उनका रिकॉर्ड कैसे रखा जाए. इस पर विचार किया जा रहा है.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक नई शिक्षा नीति के अनुसार पाठ्यक्रम को 32 सप्ताह में बांटा जा रहा है. ऐसे में किसी सप्ताह में कौन सा विषय पढ़ाया जाएगा, इसका भी खाका तैयार किया जा रहा है. इसके लिए विशेषज्ञों को जानकारी दी गई है.

कोरोना काल में डिजिटल पढ़ाई का महत्व बढ़ने के कारण इसे आगे भी जारी रखेंगे. पाठ्यक्रम विभाजन के बाद शासन को मंजूरी के लिए भेजेंगे और फिर अगले सत्र से लागू करेंगे. इसके अलावा शैक्षिक एवं चारित्रिक विकास, सामूहिक कार्यशैली का विकास, नेतृत्व क्षमता और वाक कौशल का विकास व राष्ट्रीय भावना के विकास पर भी बल दिया जाएगा.