दिल्ली: गाजियाबाद के बुजुर्ग मुस्लिम की पिटाई मामले में पुलिस की ‘कार्रवाई’ का सामना कर रहे ट्विटर इंडिया के प्रमुख मनीष माहेश्‍वरी ने कहा है कि वे यूपी पुलिस के सामने 24 घंटों के अंदर पेश होने को तैयार हैं यदि उन्‍हें गिरफ्तार न किया जाए. ट्विटर इंडिया के प्रमुख माहेश्‍वरी ने यह बात कर्नाटक हाईकोर्ट के समक्ष कही.

माहेश्‍वरी बेंगलुरू के रहने वाले हैं. गाजियाबाद में एक मुस्लिम बुजुर्ग पर हमले से जुड़े मामले में यूपी पुलिस ने उन्‍हें पूछताछ के लिए समन जारी किया है. माहेश्‍वरी ने पिछले माह कर्नाटक हाईकोर्ट में समन की चुनौती दी थी. उन्‍हें मामले में गिरफ्तारी से अस्‍थायी सुरक्षा प्रदान की गई है.यूपी पुलिस ने मंगलवार को हाईकोर्ट में कहा, ‘हम मनीष माहेश्‍वरी को गिरफ्तार नहीं करना चाहते, हम जांच में केवल उनकी मदद चाहते हैं.’

पिछले माह हुई सुनवाई में मनीष माहेश्‍वरी की ओर से हाईकोर्ट में कहा गया था, मैं (ट्विटर) सिर्फ़ एक सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म हूं. मेरे प्लेटफ़ॉर्म पर वीडियो अपलोड किया गया. मेरे ख़िलाफ़ स्वत: संज्ञान लेकर यूपी पुलिस ने मुक़दमा दर्ज़ किया गया. पहले मुझे 160 crpc (गवाह के तौर पर) के अंतर्गत पेश होने को कहा गया, फिर दो दिन बाद इसे बदल कर मुझे 41A (आरोपी) के अंतर्गत नोटिस भेजा गया.

माहेश्‍वरी ने कहा, ‘मैं बैंगलोर में रहता हूं मेरा ग़ाज़ियाबाद जाना संभव नहीं है. मैने यूपी पुलिस से कहा कि मैं वीडियो कांफ्रेंस के ज़रिए पेश हो सकता हूं पर यूपी पुलिस का कहना है कि व्यक्तिगत तौर पर पेश हूं. मैं कंपनी डॉयरेक्टर नहीं हूं, न ही रोज़मर्रा के निर्णय लेता हूं. मैं कंपनी का सेल्स और मार्केटिंग हेड हूं. कोर्ट कहेगा तो मैं व्यक्तिगत तौर पर भी पेश हो जाऊंगा पर मुझे गिरफ़्तार न किया जाए. मुझे डर है कि यूपी पुलिस मुझे गिरफ़्तार कर सकती है क्योंकि इन्होंने दो दिन में मुझे गवाह से आरोपी बना दिया.’