लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर आयोजित वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलाधिकारियों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों, पुलिस अधीक्षकों, मुख्य चिकित्साधिकारियों को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि लाॅकडाउन का तीसरा चरण 04 मई, 2020 से प्रारम्भ हो रहा है। कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए हमें 17 मई, 2020 तक चलने वाले इस चरण को हर हाल में सफल बनाना होगा। इसके लिए सभी जनपदों के अधिकारियों को आपस में समन्वय बनाना होगा। लाॅकडाउन में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए और इसका अनुपालन हर हाल में सुनिश्चित किया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि लाॅकडाउन-3 के सम्बन्ध में भारत सरकार द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों के क्रम में राज्य सरकार द्वारा गाइडलाइन्स कल तक सभी जनपदों को भेज दी जाएंगी। उन्होंने कहा कि सभी जनपदों में मण्डियों के संचालन की प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। यह भी देखा जाए कि मण्डियां खुले स्थल पर संचालित हों, जहां सोशल डिस्टेंसिंग हर हाल में सुनिश्चित की जाए। साथ ही, मण्डियों को सुबह से शाम तक चलाया जाए, ताकि अचानक ज्यादा भीड़ न पहुंचे। उन्होंने मण्डी आने वाले लोगों में संक्रमण को चेक करने के भी निर्देश दिए। इसके लिए जांच की प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, ताकि कन्युनिटी स्प्रेड रोका जा सके। लोगों की सुविधा के लिए हाॅट स्पाॅट क्षेत्र के बाहर सब्जियों की दुकानें ज्यादा समय तक खोली जाएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राशन, किराना, दवा की दुकानों पर अधिक भीड़ न लगने पाए। इन स्थानों पर सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के पालन किया जाए। उन्होंने अन्य राज्यों से आने वाले श्रमिकों की पूरी जांच करने और संक्रमण न होने की स्थिति में 14 दिनों के होम क्वारण्टीन पर भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने होम क्वारण्टीन पर भेजे जाने वाले श्रमिकों को खाद्यान्न का पैकेट भी उपलब्ध कराने के लिए कहा। सभी जनपदों में 25 हजार क्वारण्टीन की क्षमता सुनिश्चित की जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि क्वारण्टीन के लिए चुने गए शेल्टर होम्स में साफ-सफाई, सैनेटाइजेशन, कम्युनिटी किचन की मुकम्मल व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इन जगहों पर पंखे इत्यादि की भी समुचित व्यवस्था की जाए। क्वारण्टीन सेण्टर्स की फाॅगिंग और सैनेटाइजेशन सुनिश्चित किया जाए। क्वारण्टीन में भेजे गए लोगों की सूची बनाकर उनके पते, मोबाइल नम्बर, कौशल इत्यादि का ब्यौरा रखा जाए। गांवों में निगरानी कमेटी बनायी जाएं, जिसमें नेहरू युवा केन्द्र, पी0आर0डी0 एन0सी0सी0, एन0एस0एस0, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को शामिल किया जाए, जो क्वारण्टीन में भेजे गए लोगों की लगातार माॅनीटरिंग सुनिश्चित करें। संदिग्ध लोगों को क्वारण्टीन सेण्टर पहुंचाया जाए। गांव पहुंचने वाले सभी लोगों की निरन्तर निगरानी की जाए।