तेहरान: मास्को टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक़, चेचेन्या के ग्रांड मुफ़्ती सलाह मज़ीफ़ का कहना है कि मैक्रां, दुनिया के नम्बर वन आतंकवादी हैं, इसलिए कि उन्होंने पैग़म्बर मोहम्मद का अपमान करके सभी ईश्वरीय धर्मों का अपमान किया है।

पश्चिम द्वारा अभिव्यक्ति की आज़ादी को लेकर दोहरे मापदंड अपनाने की आलोचना करते हुए मज़ीफ़ ने कहाः यह कैसा इंसाफ़ है कि आप करोड़ों लोगों की धार्मिक भावनाओं से खिलावाड़ को अभिव्यक्ति की आज़ादी क़रार देते हैं, लेकिन फ़्रांसीसी राष्ट्रपति को मानसिक उपचार की सलाह पर तुर्की से अपने राजदूत को वापस बुला लेते हैं।

पश्चिमी राजनेताओं से उन्होंने आग्रह किया कि अपनी फासीवादी मानसिकता और नस्लवाद को त्याग दें, क्योंकि अब इसका समय बीत चुका है। मुसलमान अपने अधिकारों को लेकर जागरुक हो रहे हैं और वह इस्लाम विरोधी हर शक्ति का एकजुट होकर जवाब देने के लिए तैयार हैं।

इस बीच, चेचेन राष्ट्रपति रमज़ान क़दीरओव ने फ़्रांसीसी राष्ट्रपति के इस्लाम विरोधी बयान की आलोचना करते हुए कहाः अगर आप एक हत्यारे को आतंकवादी बता रहे हैं तो आप 100 गुना बदतर हैं। इसलिए कि आप आतंकवाद को जन्म देते हैं और उसका सरंक्षण करते हैं। आप ख़ुद को आतंकवाद का नेता बता सकते हैं।

ग़ौरतलब है कि अक्तूबर की शुरूआत में तथाकथित इस्लामी कट्टरवाद के मुक़ाबले में फ़्रांसीसी संस्कृति की रक्षा करने का दावा करते हुए मैक्रां ने पैग़म्बरे इस्लाम के अपमानजनक कार्टूनों के प्रकाशन का समर्थन किया था।

उसके बाद पेरिस के एक शिक्षक ने अपने छात्रों के साथ इन अपमानजनक कार्टूनों को साझा किया था। चेचेन मूल के एक मुस्लिम छात्र ने शिक्षक का सिर काट दिया था।

इस घटना के बाद, इस्लाम और मुसलमानों के ख़िलाफ़ फ़्रांसीसी अधिकारियों की बयानबाज़ी से स्थिति और ख़राब हो गई तथा कई मुस्लिम देशों में फ़्रांसीसी उत्पादों के बहिष्कार का आंदोलन शुरू हो चुका है।