प्रतिभा प्रणाम समारोह में विभिन्न विभागों में चयनित सैंकड़ों चयनित इंजीनियर्स और पैरेंट्स का भव्य सम्मान

प्रयागराज

संघर्षों से निकली उजाले की राह, मंच पर छलके आंसू, गूंजी कामयाबी की गूंज

कार्यक्रम का सबसे भावुक क्षण तब आया, जब मंच से छात्रों और उनके परिजनों की संघर्ष गाथा साझा की गई। कोई छात्र ऐसा था जिसे उसकी बहन ने पढ़ाया, किसी के पिता फुटपाथ पर फुल्की बेचते हैं, तो किसी के चाचा या बड़े भाई ने मेहनत की कमाई से उसकी फीस भरी, खुद नहीं पढ़ पाए तो ठान लिया कि “भाई को पढ़ा लूं, वही मेरा सपना पूरा करेगा।”

कुछ के पिता दिल्ली में मजदूरी करते हैं, और बच्चों की पढ़ाई के लिए महीने भर की मजदूरी का बड़ा हिस्सा घर भेजते हैं। इन बच्चों की मेहनत और हौसले की चमक सिर्फ उनके चेहरों पर ही नहीं, बल्कि मंच पर खड़े उनके माता-पिता की आंखों से बहते गर्व के आंसुओं में भी दिखाई दी।
कुछ अभिभावक तो मंच पर ही फफक कर रो पड़े, जब उनके बच्चे को इंजीनियर बनते देखा। वर्षों के संघर्ष, भूख, नींद, तनाव और त्याग की तपिश उन आंसुओं में साफ झलक रही थी।

यह केवल एक समारोह नहीं, बल्कि संघर्ष, आत्मबल और पारिवारिक समर्पण की जीवंत गाथा बन गया। इस भावुक पल को देखकर पूरा सभागार कुछ पलों के लिए मौन हो गया और फिर तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।

” अब हमारा लक्ष्य केवल अपनी नौकरी नहीं, समाज की सेवा भी है” — छात्रों का संकल्प

मंच से कई सफल अभियंताओं ने घोषणा की कि वे अपनी सफलता को सिर्फ व्यक्तिगत उपलब्धि न मानते हुए, अपने समाज के असहाय, गरीब, वंचित और पिछड़े वर्गों की सहायता के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे।
छात्रों ने यह भी कहा कि वे “अपने परिवार, रिश्तेदारों, भाई-बहनों को पढ़ाएंगे, सहारा देंगे, और एक ऐसा समाज गढ़ेंगे जिसमें कोई बच्चा पढ़ाई से वंचित न रहे।”

” इन बच्चों की सफलता से समाज को नई दिशा मिलेगी” — विधायक हर्षवर्धन बाजपई

इन भावुक क्षणों पर प्रतिक्रिया देते हुए विधायक इंजी. हर्षवर्धन बाजपई ने कहा, “यहां मंच पर ऐसे बच्चे खड़े हैं जिनके परिवारों की हालत सुनकर कोई भी भावुक हो जाए। कुछ के पास ढंग से छत नहीं थी, फिर भी उन्होंने पढ़ाई नहीं छोड़ी। इन बच्चों ने साबित कर दिया कि परिस्थितियां चाहे जैसी भी हों, अगर हौसले बुलंद हों तो कुछ भी असंभव नहीं।”

उन्होंने आगे कहा, “जो काम सरकारों को करना चाहिए, वह कार्य यह संस्था कर रही है — योग्य, जरूरतमंद और परिश्रमी छात्रों को सही मार्गदर्शन देना, यही राष्ट्रनिर्माण की असली नींव है।” भविष्य की पीढ़ी के लिए आदर्श बन चुके हैं ये बच्चे

इन अभियंताओं की कहानियां न सिर्फ संघर्ष की मिसाल हैं, बल्कि हर छात्र, हर अभिभावक और हर समाज के लिए प्रेरणा स्रोत बन गई हैं। यह समारोह केवल मेडल या सर्टिफिकेट तक सीमित नहीं था, बल्कि यह था सपनों की पूर्ति, समर्पण की परिणति और सामाजिक पुनरुत्थान की शुरुआत।

मम्फोर्डगंज स्थित माथुर वैश्य सभागार सोमवार को इंजीनियरिंग प्रतिभाओं के सम्मान का साक्षी बना, जहां ‘प्रतिभा प्रणाम समारोह 2025’ का भव्य आयोजन एक्सीलेंट विज़न टेक्निकल एकेडमी प्रयागराज के तत्वावधान में किया गया। इस आयोजन में विभिन्न केंद्रीय व राज्य तकनीकी विभागों में चयनित 114 से अधिक कनिष्ठ अभियंताओं को सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ उत्तर प्रदेश सरकार के ‘पॉलीटेक्निक चलो अभियान’ के प्रेरक उद्देश्य के साथ हुआ। इस दौरान एसएससी जेई 2024 परीक्षा में मुरारी प्रजापति ( 12वीं रैंक ) यमन कुमार (21वीं रैंक ) ,अभिषेक गुप्ता ( 22वीं रैंक ), एनपीसीएल टॉपर दीपक मौर्य को विशेष सम्मान प्रदान किया गया, जिन्हें उपस्थित जनसमूह ने खड़े होकर तालियों से अभिवादन किया।

” युवा तकनीक से देश का भाग्य बदल सकते हैं” — विधायक बाजपई

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रयागराज के लोकप्रिय विधायक इंजी. हर्षवर्धन बाजपई ने अपने उद्बोधन में कहा,
“आज का युवा तकनीकी रूप से दक्ष है और अगर उसे सही दिशा मिले, तो वह राष्ट्र निर्माण की नींव बन सकता है। मैं स्वयं एक इंजीनियर हूं और क्षेत्र की तकनीकी समस्याओं को बारीकी से समझता हूं। पुल-पुलिया, जलनिकासी, सिंचाई—हर स्तर पर हम नई तकनीकों से कार्य कर रहे हैं।”उन्होंने चयनित अभियंताओं को राष्ट्र की रीढ़ बताया। भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर की पिछली भर्ती इस संस्था से एक तिहाई मेधाओं का चयन होने की बधाई दी । उन्होंने कहा कि प्रयागराज के विभिन्न इलाकों जहां अधिकतर प्रतियोगी परीक्षार्थी रहते है जिसमें सलोरी और बघारा को प्रमुखता से विकास के लिए प्रयास कर रहा हूं, जिससे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों को बिजली , पानी और स्वच्छता आसानी से मिल सके।

” प्रयागराज बन रहा शिक्षा और संस्कृति का केंद्र” — महापौर केशवानी

महापौर श्री गणेश केशवानी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रयागराज सिर्फ आस्था ही नहीं, अब शिक्षा और संस्कृति का प्रमुख केंद्र बनता जा रहा है। उन्होंने “पॉलीटेक्निक चलो अभियान” की सराहना करते हुए कहा कि यह अभियान युवाओं को आत्मनिर्भर बना रहा है।प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रयागराज आज शिक्षा, तकनीकी विकास, रोजगार और सांस्कृतिक समृद्धि के क्षेत्र में निरंतर प्रगति कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रयागराज का गौरवशाली अतीत आज फिर से पुनर्स्थापित हो रहा है, और यहां के छात्र राष्ट्रीय फलक पर अपनी प्रतिभा का प्रकाश फैला रहे हैं।

प्रतिभा प्रणाम समारोह में विभिन्न विभागों में चयनित मेधाओं और उनके पैरेंट्स को सम्मानित किया गया जिसमें
केंद्रीय लोक निर्माण विभाग में मुरारी प्रजापति, अभिषेक कुमार गुप्ता,अतुल कुमार यादव,अभिनव, नीरज कुमार, संदीप यादव, सार्थक, विशाल वर्मा, यमन कुमार, अमित कुमार यादव, अनुज कुमार मौर्य, अमित सिंह,
केंद्रीय जल आयोग में अच्छे लाल, परमेश्वर, राजन शर्मा, श्रद्धा चौरसिया, सुंदरम कुमार यादव, सूरज कन्नौजिया, दिपांशु सिंह, अमित कुमार तिवारी, पुष्पेन्द्र कुमार, अभिषेक यादव, प्रांजल यादव, सुभाष रावत, विकाश गुप्ता, दयानंद, सिद्धार्थ शेखर, मोहम्मद अजीम, परमेश्वर, अनुराग वर्मा, पूजा सिंह, विपुल चौधरी, मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेज में सचिन गुप्ता, अभिषेक कुमार राव, आकाश वर्मा, आजाद कुमार, सत्यम श्रीवास्तव, रामानंद प्रजापति, राजेश वर्मा, सुजीत कुमार, सचिन गुप्ता ,सीमा सड़क संगठन में गोरेलाल, विमलेश पाल, अमित, सूरजभान, सोनू जायसवाल, मुकुल, सिकंदर कुशवाहा, शुभम प्रजापति, प्रशांत कुमार, मोहम्मद आजम, रवि मौर्य, अनुभव यादव, विजय कुमार, अंजेश यादव, मोहित कुमार साहू, सुरेंद्र कुमार, सूर्यभान, विजय कुमार, विशाल चौधरी, प्रत्यूष मौर्य, सत्यप्रकाश, सोनू जायसवाल, मोहम्मद अर्श, मोहित कुमार साहू, प्रत्यूष मौर्य, मुकुल, रूपेंद्र सिंह, उत्तर प्रदेश मेट्रो कारपोरेशन में अमरनाथ चौहान, सुजीत प्रसाद, सिमरन कुशवाहा, अभिषेक मौर्य, अखिलेश कृष्ण, मनीष पटेल, प्रवीण कुमार, विकाश प्रजापति, मंजीत शर्मा, मुकुल
भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर में विशाल कुमार सिंह, धनजीव पांडेय , दीपक मौर्य, संदीप प्रजापति नेशनल पावर कारपोरेशन इंडिया लिमिटेड में शिवम् मौर्य, दीपक मौर्य, हिंदुस्तान पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड में पंकज, अभिषेक ,अर्पित राज, दिव्यांश कुमार शुक्ला, स्टील ऑथोरिटी ऑफ इंडिया में सोनाली श्रीवास्तव, राहुल , केंद्रीय जल और विद्युत अनुसंधान स्टेशन में सचिन बिंद , उत्कर्ष श्रीवास्तव,दिल्ली विकाश प्राधिकरण में कुलदीप वर्मा , अजीत प्रताप , झारखंड राज्य सर्विस आयोग में पुष्पेंद्र, गुलशन कुमार, राकेश कुमार , गेटको में सूरजदीन को मेडल, मोमेंटो और प्रशस्ति पत्र तथा पैरेंट्स को अंगवस्त्रम ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने भी श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। नेहा, अंजू, निशा, अनुराधा निषाद, शिवानी, आरुही सिंह, अंकित मौर्य और रजत गुप्ता ने गुरु-शिष्य परंपरा, मातृभूमि प्रेम और सांस्कृतिक धरोहर पर आधारित गीत, नृत्य और कविता प्रस्तुत की। विधायक हर्षवर्धन बाजपई ने इन प्रस्तुतियों को “भारतीय आत्मा की प्रत्यक्ष झलक” बताया।

इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष श्री संजय गुप्ता ने कहा, “एक्सीलेंट विज़न केवल शिक्षा नहीं दे रही, यह राष्ट्रनिर्माण की प्रयोगशाला है।”डॉ. शैलेश पांडेय (राष्ट्रीय प्रशिक्षण अभियान) ने कहा, “ज्ञान वही सार्थक है जो समाज के लिए उपयोगी हो।” डॉ. जाहिदा खानम, डायरेक्टर, खानम आर्ट गैलरी, प्रयागराज ने कहा कि शिक्षा के साथ संस्कृति से जुड़ना ही युवाओं को स्थायित्व देता है। छात्रों को भारतीय संस्कृति, कला और महान विभूतियों के जीवन से प्रेरणा लेने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि अपनी माटी, परंपरा और मूल्यों से जुड़कर ही स्थायी सफलता संभव है।

इस अवसर विशेष मेहमान सत्यम श्रीवास्तव (प्रवक्ता, पॉलीटेक्निक कॉलेज सुल्तानपुर),एल.डी.सी. टेक्निकल इंस्टीट्यूट के सोरांव श्री एम.एल. कौशल, शियाट्स की प्रोफेसर डॉ. प्रियंका सिंह, अभियंता अम्बरीष श्रीवास्तव ( सिंचाई विभाग प्रयागराज), प्रफुल्ल सिंह, अभय सिंह, अश्वनी यादव, विजय यादव, राधेश्याम वर्मा, नवीन वर्मा, रवि शंकर वर्मा, प्रवीण वर्मा, लक्ष्मी नारायण, बलवीर सिंह, अनुराग सिंह, देवेश गुप्ता, सुमित सेंगर, अविनाश त्रिपाठी, निर्भय सिंह, शशि भूषण सिंह, सफीक अहमद एवं पंकज सिंह आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का समापन संस्था की ओर से आभार प्रदर्शन के साथ हुआ, जिसमें सभी अतिथियों, चयनित अभियंताओं, अभिभावकों एवं शुभचिंतकों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए यह संकल्प लिया गया कि एक्सीलेंट विज़न टेक्निकल एकेडमी, प्रयागराज भविष्य में भी तकनीकी शिक्षा और विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु निरंतर प्रयास करती रहेगी।समारोह का संचालन एम. अरहम सिद्दीकी द्वारा अत्यंत प्रभावशाली एवं गरिमामयी ढंग से किया गया।