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सट्टे का लकी नंबर बताने में नाकाम होने पर उत्तर प्रदेश के बिजनौर में एक पुजारी की सटोरिये ने हत्या कर दी, पुजारी सट्टे का लकी नंबर बताता था.

जानकारी के अनुसार सटोरिये ने पुजारी को करीब 72 हजार रुपये दिए थे, ताकि उसे सट्टे का लकी नंबर बता सके. पुजारी ने नंबर भी बताया, लेकिन वह नंबर नहीं निकला. इसके बाद सटोरिये ने पुजारी की हत्या कर दी.

बिजनौर के नांगल में हुई इस हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुजारी की हत्या बिजनौर शहर के मोहल्ला मछली बाजार निवासी सटोरिये जीशान ने डंडों से पीटकर की थी. मंदिर का पुजारी रामदास गिरी लोगों को सट्टे का लकी नंबर बताता था.

सट्टे का लकी नंबर लेने के लिए ही सटोरिये जीशान ने बाबा रामदास गिरी को ₹21000 का एक नया मोबाइल और ₹51000 नगद दिए थे, ताकि बाबा उसे सट्टे का लकी नंबर बता सके लेकिन बाबा द्वारा बताए गए नंबर के बाद भी उसका लकी नंबर नहीं लगा. इसी बात से नाराज होकर जीशान ने दोपहर में पुजारी को फोन किया और दोनों की बहस भी हुई.

इसके बाद नाराज होकर जीशान ने मंदिर पर पहुंचकर बाबा से झगड़ा किया और उसके ऊपर डंडों से हमला कर दिया, जिससे पुजारी की मौत हो गई. पुलिस ने सर्विलांस के आधार पर आरोपी सटोरिये को मंडावर वाले चौराहे से गिरफ्तार कर लिया.

जीशान ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वह बाबा के चक्कर में कम से कम 5 लाख रुपये का नुकसान उठा चुका है और बाबा उसको सट्टे का लकी नंबर बताने का झांसा देता था और उसकी आड़ में मोबाइल और नगद रुपया भी ले चुका था.