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कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। लखीमपुर खीरी मामले SIT की जांच रिपोर्ट पर राहुल ने कहा, ‘हमने पहले ही कहा था कि एक मंत्री ने किसानों को मारने का काम किया था। पीएम जानते हैं, उनके मंत्रिमंडल में हैं। सबको सच्चाई पता है।’ राहुल ने कहा- मोदी जी, फिर से माफ़ी माँगने का टाइम आ गया.

गौरतलब है कि लखीमपुर हिंसा कांड में एसआईटी ने अपनी जांच में पाया है कि किसानों को गाड़ी से कुचलने की पूरी घटना एक सोची समझी साजिश थी. एसआईटी ने अब आरोपियों पर लगाई गई धाराएं भी बदल दी हैं. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा समेत 14 आरोपियों पर अब गैर इरादतन हत्या की जगह हत्या का केस चलेगा.

राहुल गांधी ने आज अपने ट्वीट में कहा- मोदी जी, फिर से माफ़ी माँगने का टाइम आ गया…लेकिन पहले अभियुक्त के पिता को मंत्री पद से हटाओ।
सच सामने है!

वहीँ मंगलवार को संसद के शीतकालीन सत्र में कांग्रेस नेता राहुल गांधी सहित विपक्षी सांसदों ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के पास 12 राज्यसभा सांसदों के निलंबन के विरोध में प्रदर्शन किया।

इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला किया। राहुल गांधी ने कहा- ‘प्रधानमंत्री सदन में नहीं आते हैं। ये कोई तरीका नहीं है लोकतंत्र को चलाने का’

विपक्षी सांसदों के निलंबन पर बोलते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि विपक्षी सांसदों के निलंबन के 14 दिन हो गए हैं। जिन मुद्दों पर सदन में विपक्ष बहस करना चाहती है, उनपर हमें बहस नहीं करने दी जाती। जहां विपक्ष आवाज़ उठाने की कोशिश की जाती है, उन्हें निलंबित कर दिया जाता है। ये लोकतंत्र की हत्या है।

इससे पहले राहुल गांधी और विपक्षी नेताओं ने 12 राज्यसभा सांसदों के निलंबन को रद्द करने की मांग करते हुए संसद भवन से विजय चौक तक मार्च निकाला। इस मौके पर कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी ने मामले में बोलते हुए कहा, पिछले सत्र में जो हुआ उसे इस सत्र में उठाया गया, जबकि इस सत्र में इसका कोई ताल्लुक़ नहीं है। सदन के अंदर हम पिकनिक करने नहीं आते हैं,सदन में हम आम लोगों का मुद्दा उठाने के लिए आते हैं। अरूण जेटली ने भी कहा था कि सदन को भंग करना भी लोकतंत्र का एक औज़ार है।