राजनीति

उल्टा लटकाने वाले बयान पर अमित शाह को तेजस्वी का जवाब, बिहारियों को सीधा करना आता है

पटना:
बिहार के उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता तेजस्वी यादव ने बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की पिछले रविवार को नालंदा की रैली में ‘उल्टा लटकने’ वाली टिप्पणी पर पलटवार करते हुए कहा कि बिहार के लोगों को सीधा करना आता है, बिहार के लोग लोगों को सीधा करना जनता जानते हैं.

इतना ही नहीं आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने आरोपों के बीच न सिर्फ अमित शाह को घेरा बल्कि बीजेपी को भी कटघरे में खड़ा करते हुए आरोप लगाया कि बीजेपी के सांसद संसद में हंगामा कर रहे हैं. भाजपा सांसदों के अलोकतांत्रिक आचरण के लिए शाह को फटकार लगानी चाहिए।

दिल्ली से पटना लौटने पर एयरपोर्ट से निकलते वक्त पत्रकारों से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने अमित शाह के ‘उल्टा लटका दूंगा’ वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘यह बिहार है, यहां के लोग जानते हैं कि किसके साथ कैसा व्यवहार करना है. गुजरात के लोग नहीं जो किसे सुधारना जानते हैं, बल्कि बिहार के लोग हैं। इसलिए बिहार में अपना प्रवचन देते समय याद रखें कि बिहार वह भूमि है, जहां से गांधी महात्मा बने थे।’

तेजस्वी यादव ने कहा कि जिस तरह रामनवमी पर सांप्रदायिक हिंसा का जायजा लेने के लिए अमित शाह ने सीधे राज्यपाल से बात की, वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. उनका यह तरीका “संघवाद” की भावना के खिलाफ है और यह साबित करता है कि केंद्र राज्य सरकार के अधिकारों का अतिक्रमण कर रहा है।

राजद नेता ने कहा कि रामनवमी पर पूरे बिहार में 100 से ज्यादा जगहों पर जुलूस निकाले गए लेकिन सासाराम और बिहारशरीफ में ही साम्प्रदायिक अशांति हुई लेकिन क्यों, हम जानना चाहते हैं कि कहीं किसी से अप्रिय स्थिति पैदा करने की कोशिश तो नहीं हुई.

पत्रकारों द्वारा पूछे जाने पर कि क्या उन्हें लगता है कि सासाराम और बिहारशरीफ में हुए दंगे और हिंसा एक साजिश का हिस्सा थे. डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने तुरंत कहा, ‘यह पूरी तरह स्पष्ट है।’ तेजस्वी यादव ने कहा कि दो महीने पहले पूर्णिया में सत्ताधारी महागठबंधन की सफल रैली से विपक्ष में बैठी भाजपा बुरी तरह हिल गई थी. लोकसभा चुनाव आ रहे हैं और बिहार में उनकी जमीन नहीं बची है तो ऐसे में क्या कहा जा सकता है कि क्या हो रहा है.

बिहार के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए उन्होंने आरोप लगाया, ‘तमिलनाडु में प्रवासियों पर झूठे आरोप लगाकर परेशानी पैदा करने की कोशिश भी नाकाम रही. इसलिए अब रामनवमी के बहाने दंगे करवाए गए हैं. मैं कहना चाहता हूं यह कि हमारे पास सत्ता हो या न हो, आपसी भाईचारा हमेशा बना रहना चाहिए।

मालूम हो कि बीते रविवार को नवादा जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा था, ‘बिहार में बीजेपी की सरकार आई तो दंगाइयों को उल्टा लटकाकर सीधा कर दिया जाएगा.’ इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित राज्य में सत्ताधारी सरकार की तीखी आलोचना की थी।

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