लखनऊ:
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शासन और जनमानस के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी प्रशासन और उससे जुड़े कार्मिक होते हैं। जितनी तत्परता और ईमानदारी से यह कार्मिक सेतु का कार्य करते हुए कर्तव्यों का निर्वहन करते हैं, शासन की छवि आम जनमानस के सामने उतनी ही अच्छी होती है। साथ ही, शासन की योजनाओं का लाभ आम जनता को उतनी ही तेजी और पारदर्शी ढंग से मिलता है।

मुख्यमंत्री आज यहां लोक भवन में मिशन रोजगार के अन्तर्गत 795 अधिकारियों व कर्मचारियों के नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इन कार्मिकों का चयन उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग एवं उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा विभिन्न विभागों के लिए किया गया है। मुख्यमंत्री द्वारा चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरित किये गये।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कार्य करना देश के किसी भी अधिकारी या कर्मचारी के लिए गौरव की बात होती है। ऐसी मान्यता है कि जिस अधिकारी या कर्मचारी ने प्रदेश के अन्दर पूरी ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया, वह देश व दुनिया में कहीं भी सफलता प्राप्त कर सकता है, क्योंकि प्रदेश की लगभग 25 करोड़ आबादी तक शासन की योजनाओं को पहुंचाना व पारदर्शी कार्य पद्धति के माध्यम से मूल्यों एवं आदर्शाें की स्थापना करके अन्य लोगों को प्रेरित करना एक बड़ा दायित्व है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत 06 वर्षाें में प्रदेश की प्रशासनिक टीम ने शासन और जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर केन्द्र व राज्य सरकार की योजनाओं का शत-प्रतिशत लाभ आम जनमानस तक पहुंचाने का कार्य किया है। 02 करोड़ 61 लाख से अधिक गरीबों को शौचालय प्राप्त होना, 54 लाख गरीबों को एक-एक आवास उपलब्ध होना, 01 करोड़ 75 लाख गरीबों को प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के अन्तर्गत निःशुल्क रसोई गैस कनेक्शन प्राप्त हो जाना, 01 करोड़ 53 लाख से अधिक परिवारों को विद्युत के निःशुल्क कनेक्शन उपलब्ध हो जाना, 06 करोड़ से अधिक गरीबों को आयुष्मान भारत योजना के तहत 05 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा कवर मिलना, इसका उदाहरण है। इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेण्ट के कार्याें को जमीनी धरातल पर ईमानदारी के साथ उतार कर उत्तर प्रदेश की विकास की गति को तेजी के साथ आगे बढ़ाने का परिणाम है कि प्रदेश के बारे में लोगों एवं देश-दुनिया की धारणाएं बदली हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि नियुक्ति विभाग के बुलावे पर आए चयनित अभ्यर्थियों को आज नियुक्ति पत्र वितरित किये जा रहे हैं। इनकी चयन प्रक्रिया को एक समय-सीमा के अन्दर पूरा किया गया। मार्च, 2017 में वर्तमान सरकार के शासन की बागडोर सम्भालने के समय प्रत्येक विभाग में पद रिक्त थे। 06 वर्षाें में पुलिस विभाग में 01 लाख 64 हजार पुलिस कार्मिकों की भर्ती प्रक्रिया को पूरा किया गया। इससे पूर्व के समय में पुलिस कार्मिकों के अभाव में सुरक्षा व्यवस्था की स्थिति खराब थी। पी0ए0सी0 की 54 कम्पनियां समाप्त कर दी गयी थीं। सभी भर्ती आयोगों पर प्रश्न चिन्ह लगे हुए थे। कोई भी भर्ती प्रक्रिया पूर्ण नहीं हो पाती थी। वर्ष 2017 से पूर्व युवाओं को आन्दोलन करना पड़ता था। ईमानदारी व पारदर्शी चयन प्रक्रिया के अभाव में कुछ युवाओं ने आत्महत्या कर ली थी। अयोग्य लोगों को आयोगों का अध्यक्ष बनाया गया था। प्रदेश का युवा पहचान के संकट से गुजर रहा था।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश, देश का एक मात्र ऐसा राज्य है, जहां चयन की प्रक्रिया में पारदर्शिता के साथ-साथ आरोपियों पर सख्ती के साथ कार्रवाई की गयी। देश व प्रदेश के युवाओं में उत्तर प्रदेश में कार्य करने की इच्छा होती थी। लेकिन भेदभाव के कारण उनका चयन नहीं होता था। वर्तमान सरकार युवाओं की प्रतिभा का सम्मान करते हुए प्रदेश में उनका स्वागत कर रही है। इससे उनकी ऊर्जा का लाभ प्रदेश की जनता को प्राप्त होगा। साथ ही, प्रशासन की गति को बढ़ाने और शासन की योजनाओं को जमीनी धरातल तक पहुंचाने में मदद मिलेगी। यह कार्यक्रम अनवरत रूप से आगे बढ़ रहा है। उत्तर प्रदेश विकास की नई ऊँचाइयां प्राप्त कर रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सभी चयनित अभ्यर्थियों को अभी एक लम्बी दूरी तय करनी है। यह दूरी तभी तय कर पाएंगे, जब पूरी ईमानदारी व शुचिता के साथ शासन-प्रशासन का हिस्सा बनेंगे। सेवा के दौरान जो कार्य सौंपा जाए, उसको ईमानदारी व जिम्मेदारीपूर्वक करना चाहिए। आपकी पीढ़ी सौभाग्यशाली है कि आपने अपनी नौकरी के लिए वर्तमान सरकार के समय आवेदन किया। पूरी ईमानदारी के साथ चयन की प्रक्रिया को आगे बढ़ा करके आपका चयन हुआ। आवेदन करने से लेकर, किसी भी स्तर की परीक्षा में कहीं भी सिफारिश करवाने की आवश्यकता नहीं पड़ी।