दिल्ली:
असम के कई जिलों में बाढ़ की वजह से मरने वालों की कुल संख्या अब बढ़कर 108 पर पहुंच गई है. राज्य के 32 जिलों के 54 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से बुरी तरह से प्रभावित हैं. वहीँ कछार और बारपेटा से दो-दो और बजली, धुबरी और तामुलपुर जिलों से एक-एक रिपोर्ट की गई थीं.

अधिकांश प्रभावित जिलों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है क्योंकि कुछ जगहों पर पानी कम होने के बावजूद जमीन के बड़े हिस्से में पानी भर गया है. मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने समीक्षा बैठक के बाद कछार जिले के सिल्चर में संवाददाताओं से कहा, “एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना और अन्य एजेंसियां बचाव अभियान चला रही हैं. लेकिन फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए सेना की अतिरिक्त टुकड़ियां कल पहुंचेंगी.” सरमा ने कहा कि भोजन, पानी की बोतलें और अन्य आवश्यक वस्तुओं के 30 पैकेट गुरुवार को भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टरों द्वारा बाढ़ प्रभावित सिलचर के विभिन्न स्थानों पर गिराए गए और यह अगले कुछ दिनों तक जारी रहेगा.

बाढ़ ने अबतक 173 सड़कों और 20 पुलों को क्षतिग्रस्त कर दिया है, बक्सा और दरांग जिलों में दो तटबंध टूट गए हैं और तीन क्षतिग्रस्त हो गए हैं. बाढ़ की इस दूसरी लहर में 100869.7 हेक्टेयर फसल क्षेत्र और 33,77,518 जानवर प्रभावित हुए हैं जबकि 84 जानवर दिन में बह गए. बक्सा, बारपेटा, विश्वनाथ, बोंगाईगांव, चिरांग, धुबरी, कोकराझार, लखीमपुर, मोरीगांव, नलबाड़ी, सोनितपुर, तामूलपुर और उदलगुरी से भी बड़े पैमाने पर कटाव की जानकारी है.