रिलायंस फाउंडेशन ने असम के बाढ़ पीड़ितों के लिए मदद का हाथ बढ़ाया है। फाउंडेशन ने असम मुख्यमंत्री राहत कोष में 25 करोड़ रु का योगदान दिया है। असम के मुख्यमंत्री डॉ हिमंत बिस्वा सरमा ने इसके लिए सोशल मीडिया पर रिलायंस फाउंडेशन का आभार जताते हुए कहा, “इस महत्वपूर्ण मोड़ पर असम के लोगों के साथ खड़े होने के लिए हार्दिक आभार। यह हमारे बाढ़ राहत उपायों के लिए काफी मददगार साबित होगा”।

बाढ़ की विभिषिका झेल रहे असम में रिलायंस फाउंडेशन पिछले एक माह से बाढ़ पीड़ितों की मदद में जुटा है। इसके लिए रिलायंस फाउंडेशन की टीमें असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, पशुपालन और पशु चिकित्सा विभाग, जिला प्रशासन तथा अन्य नागरिक समाजिक संगठनों के साथ मिल कर काम कर रही है।

वर्षा और बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित कछार और नागांव जिलों में कई स्थानों पर चिकित्सा शिविर आयोजित किए जा रहे हैं और आपातकालीन राहत किट वितरित किए जा रहे हैं। पशुधन शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। 1 जून को शिविरों की शुरुआत की गई थी तब से 1,900 से अधिक लोगों की स्वास्थय जांच और इलाज किया गया। पशुधन शिविरों में 10,400 से अधिक बेजुबान जानवरों का इलाज किया गया है।

चिकित्सा शिविरों के साथ, रिलायंस फाउंडेशन तत्काल राहत प्रदान करने के लिए सूखा राशन और स्वास्थय जरूरतों के लिए किट वितरित कर रहा है। अब तक 5,000 से अधिक परिवारों को किट दी गई हैं। कछार जिले के सिलचर, कलैन, बोरखोला और कटिगोर्ह ब्लॉक में रिलायंस फाउंडेशन पीड़ितों को मदद पहुंचा रहा है। वहीं नागांव जिले के काठियाटोली, राहा, नगांव सदर और कामपुर ब्लॉक में भी राहत कार्य जारी हैं।