लखनऊ:
बाबा साहब डॉ0 भीमराव आम्बेडकर की 132वीं जंयती पर आकाशवाणी लखनऊ सभागार में महिला सशक्तीकरण में डॉ0 भीमराव आम्बेडकर का योगदान विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर केन्द्राध्यक्ष डॉ0 आर0 बी0 सिंह ने सभी आगन्तुकों का स्वागत करते हुए बाबा साहब के जीवन के कुछ विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला।

कार्यक्रम प्रमुख मीनू खरे ने डॉ0 आम्बेडकर को केवल एक वर्ग का मसीहा ही नहीं बल्कि हर शोषित और पीड़ित का उद्धारक बताया। उन्होंने महिलाओं के अधिकारों में बाबा साहेब के महनीय योगदान की चर्चा की। रूचिता चौधरी, पुलिस अधीक्षक महिला एवं बाल सुरक्षा, लखनऊ ने बाबा साहब को महामानव बताया और पुलिस संगठन में महिलाओं की उपस्थिति के पीछे बाबा साहब के अहम योगदान को रेखांकित किया।

जयंती के इस पावन पर्व पर प्रो0 सुरेश बाबू, प्राध्यापक के0जी0एम0यू0 पैथालॉजी विभाग ने बाबा साहब के वैज्ञानिक दृष्टिकोण के बारे में प्रकाश डाला। डॉ0 वरूण छाछर, एसोसिएट प्रोफेसर, विधि विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय ने बाबा साहब का संविधान निर्माण में योगदान ने समाज निर्माँण में महिलाओं के योगदान और वर्तमान स्थिति में बाबा साहब की भूमिका पर चर्चा की।

इस अवसर पर सहायक प्राध्यापिका डॉ0 परवीन शुजात ने डॉ0 आम्बेडकर की महिला सशक्तीकरण के कार्यों पर प्रकाश डाला। अन्त में धन्यवाद ज्ञापन श्रीमती रश्मि चौधरी, सहायक निदेशक(कार्य0), आकाशवाणी, लखनऊ ने किया और संचालन वरिष्ठ उद्घोषक सुरेन्द्र राजेश्वरी ने सम्भाला।