लखनऊ:
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आज मुम्बई में फिल्म जगत के प्रतिनिधियों ने भेंट की। इस अवसर पर अपने सम्बोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि फिल्म उद्योग ने कला एवं मनोरंजन के क्षेत्र में योगदान देने के साथ ही, समाज को एक नई दिशा प्रदान की है। कला एक ईश्वरीय वरदान है। सकारात्मक भाव से देखने पर फिल्मों का राष्ट्रीय एकता एवं सामाजिक एकीकरण के लिए बहुत बड़ा योगदान दिखाई देता है। फिल्मों ने देश में हिन्दी भाषा के विकास के लिए अभूतपूर्व योगदान दिया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश फिल्म जगत का केन्द्र बिन्दु है। फिल्म उद्योग के प्रयासों से उत्तर प्रदेश को 64वें राष्ट्रीय फिल्म समारोह में मोस्ट फिल्म फ्रैण्डली स्टेट अवॉर्ड और 68वें राष्ट्रीय फिल्म समारोह 2020 में भी मोस्ट फिल्म फ्रैण्डली स्टेट के रूप में स्पेशल मेंशन अवॉर्ड प्राप्त हुआ है। अन्तर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल गोवा में उत्तर प्रदेश को मोस्ट फिल्म शूटिंग फ्रैण्डली अवॉर्ड प्राप्त हुआ। वर्ष 2022 में मुम्बई में भी उत्तर प्रदेश को एक अवॉर्ड प्राप्त हुआ। प्रदेश में सुरक्षा के साथ-साथ कनेक्टिविटी की बेहतर व्यवस्था की गयी है। वर्ष 2017 तक प्रदेश में लखनऊ और वाराणसी एयरपोर्ट्स क्रियाशील थे, वर्तमान में 09 एयरपोर्ट्स क्रियाशील हैं। 10 एयरपोर्ट्स के निर्माण पर तेजी से कार्य किया जा रहा है। शीघ्र ही इन्हें क्रियाशील किया जाएगा। जनपद चित्रकूट एवं सोनभद्र में भी एयरपोर्ट की सुविधा का विकास किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान श्रीराम ने अपने वनवास का सर्वाधिक कालखण्ड चित्रकूट में व्यतीत किया था। चित्रकूट में एयरपोर्ट के साथ-साथ इसे बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के माध्यम से दिल्ली से जोड़ा गया है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के माध्यम से अच्छी कनेक्टिविटी की सुविधा प्रदान की गयी है। कभी आजमगढ़ के नाम से लोग डरते थे अब पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे आजमगढ़ से होकर जाता है। मुम्बई में आजमगढ़वासियों को रूम नहीं मिलता था। वर्तमान में मुम्बई का कलाकार आजमगढ़ में सांसद बना है। अब आजमगढ़ में कोई भय नहीं है। अब आजमगढ़वासियों को संदेह की दृष्टि से नहीं देखा जाता है। उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्र में नेशनल पार्क के साथ-साथ सैकड़ों वर्षाें की विरासत जुड़ी है। बुन्देलखण्ड के किले ऐतिहासिक पृष्ठभूमि से जुडे़ हैं। फिल्म शूटिंग के लिए सुरक्षा एवं कनेक्टिविटी सबसे बड़ी आवश्यकताएं हैं। उत्तर प्रदेश इस दृष्टि से पूरी तरह सक्षम है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश ने कला के क्षेत्र में विशेष योगदान दिया है। इस विरासत को संरक्षित एवं प्रोत्साहित करना सभी का कर्तव्य है। प्रदेश सरकार इस दायित्व के निर्वहन के लिए प्रतिबद्ध है। प्रदेश में फिल्म सिटी के निर्माण की कार्यवाही इसी का हिस्सा है। इस क्षेत्र से जुड़े हुए महानुभावों से संवाद स्थापित करना एक महत्वपूर्ण क्षण है। फिल्म क्षेत्र में आने वाले समय की तकनीकी चुनौतियों को ध्यान में रखकर अभी से तैयारी करनी चाहिए। प्रदेश सरकार इस कार्य में पूर्णतः सहयोग प्रदान करेगी।

इस फिल्म सिटी का निर्माण उस जगह किया जा रहा है, जहां से मथुरा, बरसाना, नन्दगांव, गोकुल की दूरी आधे से पौन घण्टे में सड़क यात्रा से तय की जा सकती है। एशिया का सबसे बड़ा जेवर इण्टरनेशनल एयरपोर्ट वहीं पर बनाया जा रहा है। फिल्म सिटी से 10 मिनट की दूरी पर यह एयरपोर्ट स्थापित किया जा रहा है। फिल्म सिटी से दिल्ली एयरपोर्ट की दूरी 30 से 45 मिनट में तय की जा सकती है। मेट्रो और 4-लेन कनेक्टिविटी की व्यवस्था भी की जा रही है। एक्टर, डायरेक्टर, प्रोड्यूसर के रूप में फिल्म क्षेत्र से जुडे़ लोग इस क्षेत्र से जुड़ी समस्याओं और चुनौतियों को भली-भांति जानते हैं। इन लोगों के सुझावों को ध्यान में रखकर कार्य किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार हरिहरपुर, आजमगढ़ में संगीत महाविद्यालय बनाने जा रही है। आजमगढ़ का हरिहरपुर घराना वादन, गायन और नृत्य तीनों विधाओं की परम्परा से जुड़ा हुआ है। प्रदेश में मौजूद कलात्मक विधाओं को सामने लाने की आवश्यकता है। कला का सम्मान होगा और कला को आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा, तो यह प्रत्येक एक्टर, कैरेक्टर, प्रोड्यूसर का भी सम्मान होगा।

मुख्यमंत्री ने फिल्म सिटी की चर्चा करते हुए कहा कि इस क्षेत्र में प्रदेश सरकार ने अनेक कार्य किए हैं। राज्य सरकार का प्रयास है कि ऐसी फिल्में बनें, जो देश और दुनिया के लिए यूनीक हों। उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में आप सभी के सुझाव उत्तर प्रदेश सहित फिल्म इण्डस्ट्री की दृष्टि से महत्वपूर्ण और उपयोगी होंगे।

मुख्यमंत्री ने इस कार्यक्रम में उपस्थित होने और बहुमूल्य सुझाव देने के लिए फिल्म इण्डस्ट्री के कलाकारों, निर्माता-निर्देशकों आदि का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश आज नई विकास यात्रा पर आगे बढ़ रहा है। नए उत्तर प्रदेश में लोग दंगे-फसाद की नहीं, बल्कि प्रत्येक क्षेत्र में डेवलपमेण्ट की बात करते हैं।