दिल्ली:
राष्ट्रपति पद के लिए 18 जुलाई को होने वाले चुनाव में विपक्ष के साझा प्रत्याशी यशवंत सिन्हा ने आज अपना परचा दाखिल कर दिया था. इस मौके पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी उनके साथ मौजूद थे.

नामांकन के बाद कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम लोगों को 17 से ज्यादा पार्टियों का समर्थन है और अब शायद सभी पार्टियों के मिल जाने के बाद एक नजदीकी लड़ाई होगी. इससे पहले एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा था कि कोई राष्ट्रपति चुनाव के अंकगणित पर नजर डालें तो स्थिति उतनी खराब नहीं है, जितनी बताई जा रही है और विपक्षी दलों को अच्छी लड़ाई लड़ने के लिए ठोस प्रयास करने होंगे.

वहीँ शरद पवार ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में विपक्षी दलों को अपने साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा की जीत सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करने होंगे. राकांपा प्रमुख की टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब वाईएसआर कांग्रेस पार्टी और बहुजन समाज पार्टी जैसे कुछ विपक्षी दलों ने पहले ही 18 जुलाई के चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधनकी उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने की घोषणा कर दी है. वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा का झुकाव संथाल समुदाय से ओडिशा की एक आदिवासी नेता मुर्मू की ओर हो रहा है.

बता दें कि मतदान 18 जुलाई को निर्धारित है जबकि मतगणना के लिए 21 जुलाई की तारीख तय है. उम्‍मीदवार 29 जून तक नामांकन भर सकेंगे। नामांकन पत्रों की जांच 30 जून को होगी. नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख दो जुलाई है. राष्‍ट्रपति राम नाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्‍त हो रहा है.