टीम इंस्टेंटखबर
सपा शासनकाल में शुरू हुए कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का पीएम मोदी ने आज लोकार्पण किया। इस मौके पर उन्होंने कहा, आध्यात्मिक यात्रा के बारे में उत्सुक होने के नाते मुझे संतुष्टि की अनुभूति होती है। पूर्वांचल क्षेत्र के प्रतिनिधि के रूप में, यह एक प्रतिबद्धता की पूर्ति का समय है।”

उन्होंने कहा, भारत विश्व भर के बौद्ध समाज की श्रद्धा, आस्था और प्रेरणा का केंद्र है। आज कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की ये सुविधा एक प्रकार से उनकी श्रद्धा को अर्पित पुष्पांजलि है। भगवान बुद्ध से जुड़े स्थानों को विकसित करने के लिए, बेहतर कनेक्टिविटी के लिए, श्रद्धालुओं की सुविधाओं के निर्माण पर भारत द्वारा आज विशेष ध्यान दिया जा रहा है। कुशीनगर का विकास उत्तर प्रदेश और केंद्र सरकार की प्राथमिकताओं में है।”

प्रधानमंत्री ने कुशीनगर एयरपोर्ट के बहुत से फायदे गिनवाए, पीएम ने कहा, ”यह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा सिर्फ हवाई संपर्क का साधन नहीं होगा। स्थानीय उद्योगपति हों इससे सभी को फायदा होगा। यह व्यापार का पारिस्थितिकी तंत्र बनाएगा। पर्यटन को मिलेगा अधिकतम लाभ, इससे यहां के युवाओं के लिए रोजगार पैदा होगा।”

गौरतलब है कि क्षेत्र में भगवान बुद्ध की परिनिर्वाण स्‍थली कुशीनगर, लुम्‍बनी, कपिलवस्‍तु, श्रावस्‍ती सहित कई बौद्ध तीर्थस्‍थलों के होने की वजह से श्रद्धालुओं का ध्यान रखते हुए सपा शासनकाल में यहां इंटरनेशनल एयरपोर्ट की शुरुआत हुई थी. बाद में पिछले वर्ष जून में केंद्रीय कैबिनेट ने कुशीनगर एयरपोर्ट को मंज़ूरी दी जिसपर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने तंज़ करते हुए कहा था कि सपा काल में शुरू हुए कुशीनगर एअरपोर्ट को इंटरनेशनल एअरपोर्ट की कैबिनेट मंजूरी मिलने पर उन सबको बधाई जिन्होंने कई साल पहले ये प्रयास आरंभ किया था। इसके साथ ही सपा काल में प्रारंभ हुए मेरठ, मुरादाबाद, चित्रकूट, आज़मगढ़ व अन्य एअरपोर्ट को भी यथाशीघ्र अनुमति दी जाए।