नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में सियासी सरगर्मियों के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज दिल्ली पहुंच गए हैं. योगी दिल्ली में केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कई बड़े चेहरों से मुलाकात करेंगे. वह कल सुबह 10:45 बजे पीएम मोदी से और उसके बाद जेपी नड्डा से 12:30 बजे मुलाक़ात करेंगे. आज मुख्यमंत्री योगी ने गृहमंत्री अमित शाह से उनके आवास पर मुलाकात की.

इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा उनके आवास पहुंचे हैं. नड्डा और पीएम मोदी की ये मीटिंग कई मायनों में खास है. इन दोनों नेताओं से कल मुख्यमंत्री योगी मिलने वाले हैं, लेकिन इससे पहले ही जेपी नड्डा पीएम मोदी से मिलने उनके आवास पहुंचे हैं.

दरअसल, दिल्ली पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री योगी दिल्ली के यूपी सदन पहुंचे. यहां कुछ देर बाद रुकने के बाद वह गृहमंत्री अमित शाह से मिलने निकल पड़े. मुख्यमंत्री योगी ने गृहमंत्री अमित शाह से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की. वह कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलेंगे.

बताया जा रहा है कि बीजेपी के बड़े नेताओं के साथ बैठक के दौरान उत्तर प्रदेश चुनाव की रणनीति बनेगी. इसके साथ ही यूपी संगठन और मंत्रिमंडल विस्तार पर भी चर्चा हो सकती है. एके शर्मा को लेकर भी फैसला हो सकता है.

इस बीच एनडीए की सहयोगी पार्टी अपना दल की अनुप्रिया पटेल भी गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात करने उनके आवास पहुंचीं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मुलाक़ात के बाद सांसद अनुप्रिया पटेल की गृहमंत्री अमित शाह से बैठक हुई. इस बैठक को भी यूपी चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है.

देर रात स्वतंत्रदेव सिंह और सुनील बंसल के साथ बैठक
सीएम योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में कल देर रात बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह और संगठन मंत्री सुनील बंसल के साथ बैठक की. इस बैठक के बारे में वैसे तो सरकार की तरफ से कहा गया कि ये हर महीने होने वाली रूटीन बैठक थी, लेकिन इस बैठक में शामिल होने के लिए सुनील बंसल हेलीकॉप्टर से वापस लखनऊ पहुंचे थे.

उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाला है. चुनाव से पहले बीजेपी के अंदरखाने खींचतान की खबरें सामने आई थी. इस खींचतान की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबसे करीबी एके शर्मा को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने को लेकर बताई जा रही थी. इस खींचतान को लेकर बीजेपी और आरएसएस के नेताओं ने लखनऊ में मंथन भी किया था.

कुछ लोगों का कहना था कि एके शर्मा को लेकर दिल्ली दरबार और यूपी दरबार के बीच सामंजस्य भी नहीं बैठ पा रहा था. लखनऊ में बीजेपी और आरएसएस नेताओं की बैठक के बाद दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में बीजेपी की एक बड़ी बैठक हुई थी. इस बैठक के बाद कई तरह की बातें सामने आ रही थी.

दिल्ली में एक तरफ पीएम नरेंद्र मोदी बैठक कर रहे थे तो लखनऊ में यूपी बीजेपी प्रभारी राधा मोहन सिंह ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित से मुलाकात की थी. इस मुलाकात के बाद फिर से मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें लगनी शुरू हो गई थी, लेकिन फिर से इसे टाल दिया गया.

इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक इंटरव्यू में केंद्रीय राजनीति की महत्वकांक्षा और मंत्रिमंडल विस्तार या नेतृत्व परिवर्तन को सिरे से खारिज कर दिया था. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान के कई तरह के निहितार्थ निकाले जा रहे थे. इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज दिल्ली पहुंच रहे हैं.

बताया जा रहा है कि सीएम योगी आदित्यनाथ पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलकर सरकार और संगठन के फेरबदल पर चर्चा कर सकते हैं. चर्चा यह भी है कि एके शर्मा को यूपी कैबिनेट में एडजस्ट किए जाने पर भी बात हो सकती है. इस दौरे के बाद यूपी में मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है.