दिल्ली:
ऑनलाइन गेमिंग नौजवान नस्ल को लगातार बर्बादी की ओर ले जा रही है. इन गेम्स के डेवलपर नौजवानों को पहले हसीं सपने दिखाते हैं और फिर उनकी जेबे साफ़ करते हैं. लोग ज़्यादा पैसे कमाने के चक्कर में इन डेवेलपर्स के जाल में फंस जाते हैं और आर्थिक व मानसिक नुक्सान भी उठाते हैं. इसी कड़ी में Free Fire ऑनलाइन गेमिंग के साथ मिलकर काम कर चुकी कंपनी गरेना और कोडा पेमेंट्स इंडिया पर ED ने छापा मारा है.

दरअसल मंगलवार को कोडा पेमेंट ऑफ इंडिया के दफ्तर पर ईडी का छापा मारकर 68 करोड़ रुपये जब्त कर लिए हैं. ईडी ने कहा कि गरेना और कोडा पेमेंट्स इंडिया जैसे गेम डेवलपर्स ने जानबूझकर भुगतान तंत्र को इस तरह से तैयार किया जिससे लोगों की जेब से उनसे बगैर पूछे पैसे निकाल लिए जाते थे. ऐसे में सवाल आता है कि क्या अब उन लोगों का पैसा वापस मिलेगा.

बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय के आरोप गरेना और कोडा पेमेंट्स इंडिया जैसे गेम डेवलपर्स ने पहले सफल लेनदेन के बाद, गेम की तरफ से एक अधिसूचना आती है, जो बिना किसी प्रमाणीकरण के अगली बार भी भुगतान करने की अनुमति मांगती है, जो भविष्य में लोगों को आर्थिक नुकसान पहुंचा सकती है. ईडी के अनुसार कंपनी ने अबतक 2,850 करोड़ रुपये जुटाए और इसमें से कर समेत मामूली मुनाफा रखकर 2,265 करोड़ रुपये भारत के बाहर भेज दिए गए हैं. बताते चलें कि यह कंपनी भारत में गरेना, फ्री फायर, तीन पत्ती गोल्ड, कॉल ऑफ ड्यूटी जैसे मोबाइल गेम्स को ऑपरेट करती है.

दरअसल किसी भी ऐप्स पर पेमेंट करने के ऑप्शन के साथ कुछ कंपनियां चालाकी से नीचे की तरफ एक चेक बॉक्स में कार्ड डिटेल्स और कुछ शर्तों पर धोखे के साथ अप्रूवल ले लेती हैं ताकि वह उन्हें भविष्य में इस्तेमाल कर सकें.