नई दिल्ली: प्रधानमंत्री ने कहा है कि उनकी सरकार संपदाओं के मौद्रिकरण की प्रक्रिया आगे भी जारी रखेगी, इसी क्रम में ऑयल, गैस, पोर्ट, एयरपोर्ट, पॉवर, जैसे क्षेत्रों में करीब 100 संपदाओं का मौद्रिकरण का लक्ष्य रखा गया है। इससे 2.5 लाख करोड़ रुपए के निवेश का अनुमान है।

नेशनल एसेट मोनेटाइज पाइपलाइन
प्रधानमंत्री ने निजीकरण और संपदा मौद्रिक रण पर वेबिनार को संबोधित करते हुए कहा कि देश में सरकार के नियंत्रण में बहुत सारे क्षमता से कम उपयोग और अनुपयोगी संपदा है। इसी सोच के साथ नेशनल एसेट मोनेटाइज पाइपलाइन की घोषणा की गई है। उन्होंने कहा कि संपदाओं का मौद्रिकरण की प्रक्रिया आगे भी जारी रहेगी।

अब बदल गयी हैं देश की ज़रूरतें
विनिवेश और मौद्रिक रण को अहम पहलू बताते हुए उन्होंने कहा कि जब देश में सरकारी उपक्रम शुरू किए गए थे, तो समय अलग था और देश की जरूरतें भी अलग थीं। जो नीति 50-60 साल पहले के लिए सही थी, उसमें सुधार की गुंजाइश हमेशा रहती है। आज जब हम ये सुधार कर रहे हैं तो हमारा सबसे बड़ा लक्ष्य यही है कि सरकारी राशि का सही उपयोग हो।