लखीमपुर खीरी में खनन माफिया के खिलाफ ज्ञापन देने पर माले नेता समेत प्रतिनिधिमंडल को गिरफ्तार करने की पार्टी ने निंदा की

लखनऊ: भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माले) की राज्य इकाई ने कहा है कि योगी सरकार में खनन माफिया आदिवासीयों की हत्या कर रहा है। सोनभद्र में ऐसे दोहरे हत्याकांड की जांच के लिए राज्य सचिव सुधाकर यादव के नेतृत्व में माले का जांच दल रविवार को घटनास्थल का दौरा करेगा।

इसके अलावा, पार्टी ने लखीमपुर खीरी में खनन माफिया के खिलाफ पलिया एसडीएम को ज्ञापन देने गए माले नेता कमलेश राय समेत प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों को गिरफ्तार करने की कड़ी निंदा की है और उनकी फौरन बिना शर्त रिहाई की मांग की है।

आज यहां जारी बयान में राज्य सचिव ने कहा कि सोनभद्र से लेकर लखीमपुर खीरी तक की घटनाएं बता रही हैं कि योगी सरकार में खनन माफिया के हौसले बुलंद हैं और प्रशासन उनके सामने नतमस्तक है। सोनभद्र में दुद्धी तहसील के पकड़ी गांव में आदिवासी रामसुंदर गोंड की पिछले महीने हुई हत्या का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि पिपरिडीह में एक और आदिवासी गोरख गोंड की एक दिन पहले ही हत्या हो गई। इन दोनों हत्याकांडों को अंजाम देने वाला बालू खनन माफिया आजाद है। पुलिस प्रसाशन हत्यारों को पकड़ने की जगह हत्याकांड की लीपापोती में जुटा है।

राज्य सचिव ने कहा कि योगी सरकार में खनन माफिया की प्रशासन में किस कदर तूती बोल रही है, इसका एक और उदाहरण लखीमपुर खीरी की घटना है। नेपाल सीमा से लगे पलियाकलां में अवैध बालू खनन में लिप्त माफिया गिरोह की जांच के लिए जागरूक लोगों की ओर से प्रशासन को ज्ञापन देने का शुक्रवार को कार्यक्रम था। एसडीएम (पलिया) ने ज्ञापन लेने के बाद प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों को बैठा लिया और पुलिस बुलाकर उन्हें गिरफ्तार करा दिया। बंदी बनाये गए प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों में किसान नेता व माले जिला कमेटी के सदस्य कमलेश राय और तीन महिलाओं समेत दस व्यक्ति हैं। इन सभी के खिलाफ शनिवार को पुलिस द्वारा आधा दर्जन धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर दिया गया।

राज्य सचिव ने कहा कि लॉकडाउन में सारे प्रतिबंध जनता के लिए हैं, जबकि भाजपा सरकार इसी लॉकडाउन की आड़ में तमाम जनविरोधी और लोकतंत्र-विरोधी कामों को अंजाम दे रही है। ऊपर से, विपक्ष को चुप कराने के लिए कानून का दुरुपयोग करने से लेकर दमनकारी उपायों का सहारा लिया जा रहा है। यह भाजपा की तानाशाही है। जनता इसे बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार को सर्वशक्तिमान कहे जाने वाले अमेरिका के मौजूदा हालात से सबक लेना चाहिए, जहां जब अन्याय के खिलाफ जनता प्रतिवाद को उतरी, तो सारी राज्य मशीनरी घुटनों के बल खड़ी नजर आई।