दिल्ली:
महाराष्ट्र के अलग अलग हिस्सों में पिछले 48 घंटों में बेमौसम बारिश, ओलावृष्टि व बिजली गिरने की घटनाओं में कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई। एक शख्स की मौत डूबने से हुई। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। जानकारी के मुताबिक अकोला के पारसगांव गांव में रविवार देर रात सात लोगों की मौत हो गई। वहां बाबूजी महाराज संस्थान आश्रम में बिजली गिरने से एक टिन शेड पर 150 साल पुराना नीम का पेड़ गिर गया।

हादसे में प्रार्थना समारोहों में भाग लेने वाले कम से कम चार दर्जन भक्त नीचे फंस गए थे, लेकिन अधिकांश को बचा लिया गया था। हादसे में चार की मौके पर ही मौत हो गई और तीन की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। अन्य 10 को पास के अस्पतालों में ले जाया गया, इनमें से दो को गंभीर बताया गया। इसके अलावा बिजली गिरने से औरंगाबाद, बीड, हिंगोली, नंदुरबार, परभणी और पुणे में एक-एक मौत हुई है। इनमें मुख्य रूप से खेतों में काम कर रहे किसान शामिल हैं।

अधिकारियों ने बताया कि इस बीच, रविवार को नासिक में मूसलाधार बारिश के कारण आई बाढ़ में एक व्यक्ति डूब गया। इसके अतिरिक्त, पिछले कुछ हफ्तों से राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में खराब मौसम के कहर के कारण बिजली गिरने से सैकड़ों जानवर भी मारे गए। कई जिलों में ओलावृष्टि के कारण बड़े पैमाने पर कृषि क्षति हुई है, खड़ी फसलों, विशेष रूप से आम और अन्य फलों और सब्जियों की तबाही हुई है।

महाराष्ट्र के अकोला में बारिश और तूफान का कहर देखने को मिला है। बारिश और तेज हवा के कारण शाम के लगभग 7 बजे जिले के बालापुर तहसील के पारस गांव में बाबूजी महाराज मंदिर परिसर में टीन के शेड पर एक पुराना पेड़ गिरने से 7 लोगों की मौत हो गई, जबकि 30-40 लोग घायल हो गए। घायलों को अस्पताल ले जाया गया। इस घटना के बाद हर तरफ अफरा-तफरी मच गई। सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस और बचाव-राहत टीम मौके पर पहुंची।

खबरों के मुताबिक मंदिर में जिस समय ये हादसा हुआ उस दौरान शेड के नीचे बारिश और तेज हवा से बचने के लिए करीब 40 लोग खड़े थे, लेकिन तभी अचानक ही एक पेड़ टीन शेड पर आकर गिरा। जिस वजह से टीन टूट गई और शेड के नीचे खड़े लोगों घायल हो गए।