नई दिल्ली: देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी (LIC) को विदेशी बाजारों में लिस्ट किया जा सकता है। सरकार इस संभावना पर गंभीरता से विचार कर रही है। माना जा रहा है कि इसके जरिए सरकार विदेशी निवेशकों को ठोस संदेश देना चाहती है। सरकार पहले ही एलआईसी में अपनी कुछ हिस्सेदारी बेचने की घोषणा कर चुकी है। इसके लिए आईपीओ लाने की तैयारी चल रही है।

हाल में खबर आई थी कि सरकार एलआईसी में 25 फीसदी हिस्सेदारी बेच सकती है। इसके लिए उसे एलआईसी एक्ट में बदलाव करना होगा। साथ ही भारतीय कंपनियों को सीधे विदेशी शेयर बाजारों में सूचीबद्ध कराने के लिए भी कंपनी कानून में बदलाव होगा। सरकार ने बजट में एलआईसी में विनिवेश की घोषणा की थी। डेलॉयट और एसबीआई कैपिटल मार्केट्स को एलआईसी के लिए ट्रांजैक्शन एडवाइजर बनाया गया है। साथ ही एलआईसी एक्ट में संशोधन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। मौजूदा कानून के मुताबिक एलआईसी में केवल सरकार की ही हिस्सेदारी हो सकती है।