हिंडनबर्ग के भंवर में फंसे अडानी समूह की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अडानी समूह को अब तक का सबसे बड़ा नुकसान हुआ है, तो वहीं में अडानी की कंपनियों के शेयरों में निवेश एलआईसी को भारी पड़ रहा है। अडानी के शेयरों में जारी गिरावट की वजह से बीते महज 50 दिनों में ही देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी को 50 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा घाटा हुआ है।

बिजनेस टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, एलआईसी ने गौतम अडानी की कंपनियों में भारी-भरकम निवेश कर रखा है। 31 दिसंबर 2022 को बीमा दिग्गज का निवेश मूल्य 82,970 करोड़ रुपये था, जो 23 फरवरी 2023 को तक कम होकर 33,242 करोड़ रुपये रह गया। ऐसे में देखें तो एलआईसी को इन 50 दिनों की अवधि में 49,728 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। बीते एक महीने में हिंडनबर्ग की रिपोर्ट प्रकाशित होने के बाद से तो घाटा तेजी से बढ़ा है।