दिल्ली:
उत्तराखंड के जोशीमठ में दरारों के आने के बाद प्रशासन की ओर से आपदा प्रभावित इलाकों में बुलडोजर एक्शन की तैयारी की गई है। जर्जर मकान और निर्माण को तोड़ने की तैयारी की गई है। पिछले दिनों तकनीकी समिति ने जांच के बाद अपनी रिपोर्ट दी थी। इसमें सरकार को तत्काल जर्जर निर्माणों को ढहाने की अनुशंसा की गई थी। इन जर्जर संरचनाओं के कारण जान-माल के खतरे की आशंका जताई जा रही थी। जोशीमठ में दरारें लगातार लोगों को डरा रही हैं। प्रशासन की ओर से अब तक 678 घरों को चिन्हित किया गया है। इसके अलावा दो जर्जर होटलों को भी चिन्हित किया गया है, जिन्हें तोड़ने की कार्रवाई शुरु हो गई है।

जोशीमठ में 81 परिवारों को अस्थायी रुप से विस्थापित किया गया है। असुरक्षित भवनों को आज गिराया जाएगा, होटल मलारी इन और माउंट व्यू को गिराया जाएगा, असुरक्षित होटल में SDRF की टीम तैनात है। असुरक्षित जोन को पुलिस-SDRF ने खाली करा लिया है। आज से असुरक्षित भवनों को गिराया जाएगा। मौके पर PWD, CPWD और सीबीआरआई की टीम मौजूद है। सुरक्षा के मद्देनजर सभी इंतजाम पूरे किए गए हैं। वहीं जोशीमठ में असुरक्षित भवनों के गिराए जाने का विरोध भी हो रहा है। महिलाएं सड़क पर उतरकर जुलूस प्रदर्शन निकाल रही है। महिलाए जोशीमठ को तोड़ना बंद करो के नारे लगा रही हैं। महिलाएं हाथों में बैनर लेकर जुलूस प्रदर्शन कर रहीं हैं।