टीम इंस्टेंटखबर
इन दिनों पूरी दुनिया में दहशत का पर्याय बने कोरोना वायरस के नए वैरिएंट के बारे में विशेषज्ञों की लगातार डरावनी जानकारियां आ रही हैं, इंडियन मेडिकल एसोशिएसन के वित्त सचिव डॉक्टर अनिल गोयल का मानना है कि विशेषज्ञों की राय है कि इसे रोकना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है. उनके अनुसार इसे रोकने की बात करना बेमानी होगा.

वहीँ एम्स में पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट के प्रोफेसर डॉक्टर संजय राय ने कहा है कि अभी वक्त आ गया है इस बात पर ध्यान देने का कि हमारे हॉस्पिटल इंफ्रास्ट्रक्चर को कैसे दुरुस्त किया जाए. बजाए इसके कि वायरस की प्रकृति क्या है.

इसी के साथ उन्होंने ये भी कहा है कि फिलहाल पहली नजर में इस वायरस ने अपने अस्तित्व को बचाने के लिए अपने आपको माइल्ड किया है. इसलिए हम कह सकते हैं कि संभव है आने वाले दिनों में हमारे लिए या वरदान साबित हो इसलिए डरने की जरूरत नहीं सजग रहने की जरूरत है.

ओमीक्रॉन कोरोना वेरिएंट के मामले अब भारत में भी हैं. वहीं जिन-जिन देशों में कोरोना का ये नया वेरिएंट मिला है वहां हफ्ते भर के भीतर मामले तेज़ी से बढ़े हैं. सबसे पहले इस नए वेरिएंट को रिपोर्ट करने वाले देश दक्षिण अफ्रीका में तो पिछले हफ्ते से इस हफ्ते 388% कोरोना के ज़्यादा मामले रिपोर्ट हुए हैं.

तेजी से फैलने वाला यह वेरिएंट फिलहाल दुनिया के करीब 30 देश के फ़ैल चूका है. 27 नवंबर तक यानी हफ्ते भर पहले 11 देशों में इस नए वेरिएंट की पुष्टि हुई और इसमें बोत्सवाना और नीदरलैंड को छोड़ दें तो बाकी 9 देशों में 3% से लेकर 388% तक पिछले हफ्ते की तुलना में इस हफ्ते कोरोना के मामले बढ़े हैं. इजरायल में 78%, हांग कांग में 27% , इटली में 24%, चेक गणराज्य में 11% और बेल्जियम में 10% तक ज्यादा मामले रिपोर्ट हुए हैं.