टीम इंस्टेंटख़बर
चीन में कोविड की स्थिति इतनी विस्फोटक हो चुकी है कि फिर से कई इलाकों में लॉकडाउन लग चुका है. इस बार चीन में ओमिक्रॉन का सबवैरिएंट BA.2 मामलों में तेजी लेकर आया है. सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में मिला ये सबवैरिएंट अब चीन के अलावा पश्चिमी यूरोप में भी अपनी उपस्थिति दर्ज करवा रहा है.

विश्व स्वास्थ संगठन मानता है कि BA.2 के पास ग्रोथ एडवांटेज जरूर है लेकिन ये ज्यादा घातक नहीं है. वहीं क्योंकि चीन जैसे देशों ने जीरो कोविड पॉलिसी पर ज्यादा जोर दिया, इसी वजह से वहां पर हर्ड इम्यूनिटी वाली स्टेज पैदा नहीं हो पाई. सारा फोकस टीकाकरण पर दिया गया. इसके अलावा वैक्सीन को लेकर कुछ भ्रामक खबरें भी वहां वायरल रहीं, उसका असर भी चीन में देखने को मिल गया.

अब इस ट्रेंड को देख सवाल उठता है कि क्या भारत में भी कोरोना की एक और लहर आ जाएगी? जैसे चीन, पश्चिमी यूरोप और हांगकांग में मामले बढ़ रहे हैं, क्या भारत में भी एक बार फिर कोरोना स्थिति विस्फोटक हो जाएगी.

इस बारे में कोविड टास्क फोर्स के हेड डॉक्टर नरेंद्र कुमार बताते हैं कि भारत में BA.2 की वजह से कोरोना मामले बढ़ने की संभावना कम दिखाई पड़ती है. उनके मुताबिक कोरोना की तीसरी लहर के दौरान भारत में 75% मामले BA.2 सबवैरिएंट के ही थे. ऐसे में IIT कानपुर जो जून में नई लहर की प्रिडिक्शन कर रहा है, उसमें ज्यादा दम दिखाई नहीं देता.