टीम इंस्टेंटख़बर
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन में मारे गए किसनों को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा। राहुल गांधी ने शुक्रवार को प्रेस कान्फ्रेंस कर आरोप लगाया कि केंद्र सरकार किसानों को मुआवजा देने से बचना चाहती है, क्योंकि वो किसानों को लेकर असंवेदनशील है।

राहुल गांधी ने किसान आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले 500 किसानों के सूची भी दिखाई। उन्होंने कहा कि हमारे पास उनके आंकड़े हैं, लेकिन सरकार कहती है कि हमारे पास कोई आंकड़ा नहीं है।

राहुल गांधी ने कहा कि सरकार चाहे तो हमसे पंजाब में मारे गए किसानों के परिवार का रिकॉर्ड ले और उन्हें मुआवजा दे। राहुल ने कहा कि सरकार जब अपने कुछ उद्योगपति मित्रों को फायदा पहुंचाना चाहती है तो उसे किसी आधार की जरूरत नहीं पड़ती।

राहुल गांधी ने कहा कि हमने इनमें से ज्यादातर परिवारों को 5-5 लाख रुपये का मुआवजा दिया है। उनके परिवारों को नौकरी भी दी जा रही है।

राहुल ने कहा, कृषि कानूनों पर प्रधानमंत्री ने अपनी गलती मानी है और माफी भी मांगी है। लेकिन सरकार कह रही है कि उसके पास किसानों की मौत का आंकड़ा नहीं है। तो फिर पीएम ने माफी किससे मांगी है। प्रदर्शन में करीब 700 किसानों की मौत हुई है।

राहुल ने कहा, पंजाब सरकार के पास इसकी सूची है। पंजाब सरकार ने 403 किसानों को मुआवजा दिया है। केंद्र सरकार पंजाब सरकार से मदद ले सकती है।

राहुल ने कहा, सरकार के लिए मुआवजा राशि कोई बड़ी रकम नहीं है। ये बिल्कुल कोरोना की तरह का मामला है जिसमें कई लोगों ने जान गंवाई। सरकार को किसानों के परिवारों को मुआवजा देना चाहिए। सरकार ने लोगों की जीविका का साधन छीना है।

राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी को उन मृत किसानों के परिवारों के बारे में सोचना चाहिए। उनकी पढ़ाई लिखाई और भविष्य के बारे में सोचना चाहिए। जैसे कि पंजाब ने किया। अगर वो थोड़ी सी संवेदनशीलता और मानवता दिखाएं तो इसमें जरा सी भी देर नहीं लगेगी।