लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी जिलाधिकारियों तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों/पुलिस अधीक्षकों को निर्देशित किया है कि वे यह सुनिश्चित करें कि कोई भी प्रवासी कामगार पैदल अथवा बाइक से यात्रा न करने पाए। इसके लिए प्रत्येक जनपद के हर थाना क्षेत्र में एक टीम गठित करते हुए पैदल अथवा बाइक से यात्रा करने वाले प्रवासी कामगार/श्रमिकों को रोका जाए। उन्होंने ट्रक आदि असुरक्षित वाहनों से सवारी ढोने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने के निर्देश भी दिए हैं।

मुख्यमंत्री आज यहां लोक भवन में आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में लाॅकडाउन व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कामगारों/श्रमिकों के प्रति पूरी तरह संवेदनशील है। प्रवासी कामगारों को सुरक्षित उनके घर पहुंचाने के लिए राज्य सरकार व्यवस्था कर रही है। सभी अधिकारी व कर्मचारी प्रवासी कामगारों के प्रति सहानुभूतिपूर्ण रवैया अपनाते हुए इनकी हर सम्भव मदद करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सीमा में प्रवेश करते ही प्रवासी श्रमिकों को सबसे पहले पेयजल एवं भोजन उपलब्ध कराया जाए। उसके बाद उनकी स्क्रीनिंग करके उनके गंतव्य तक सुरक्षित व सम्मानजनक ढंग से पहुंचाया जाए। प्रवासी श्रमिकों को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराना जिला प्रशासन की जिम्मेदारी होगी। इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सम्बन्धित राज्यों के पुलिस महानिदेशक से संवाद कायम करते हुए उनसे अनुरोध किया जाए कि प्रवासी श्रमिकों को ट्रक से न भेजा जाए, बल्कि बस अथवा रेल जैसे सुरक्षित साधनों का उपयोग किया जाए।मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न राज्यों से ट्रेन के माध्यम से आने वाले प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह जनपद तक पहुंचाने के लिए आवश्यकतानुसार बसों की व्यवस्था की जाए। सम्बन्धित जिलाधिकारी रेलवे स्टेशन पर पर्याप्त संख्या में बसों की उपलब्धता सुनिश्चित करातेे हुए वहां एक टीम की सतत तैनाती की व्यवस्था भी करें। राज्य सड़क परिवहन निगम की बसें उपलब्ध न होने की स्थिति में निजी बस अथवा स्कूली बस आदि भी प्रयुक्त की जाएं।