• शून्य से पाांच साल के छूटे बच्चों का अभियान चलाकर लगेंगे टीके
  • जिला महिला अस्पताल से पूर्व चेयरमैन और सीएमओ ने किया अभियान का शुभारंभ
  • सर्वे में जनपद के 4793 बच्चे एमआर वन और एमआर टू टीकों से वंचित

हमीरपुर:
नौ माह से लेकर पांच साल तक के छूटे बच्चों को जानलेवा बीमारियों से बचाव को लेकर सोमवार को विशेष टीकाकरण पखवाड़े के द्वितीय चरण की शुरुआत हो गई। जिला महिला अस्पताल में पूर्व चेयरमैन कुलदीप निषाद, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.रामअवतार सिंह ने संयुक्त रूप से अभियान का शुभारंभ किया। छूटे बच्चों को मीजल्स-रूबेला के साथ अन्य जानलेवा बीमारियों से बचाव के टीके और पोलियो की खुराक दी गई।

शून्य से पांच साल तक के बच्चों को 12 जानलेवा बीमारियों से बचाव को लेकर टीके लगाए जाते हैं। मिजिल्स-रूबेला जैसी बीमारियों से बचाव को लेकर नौ माह से लेकर पांच साल तक के बच्चों को टीके लगाकर कवर किया जाता है। इसके बावजूद बहुत से बच्चे इन टीकों से वंचित हो जाते हैं। जिन्हें अभियान चलाकर पूर्ण प्रतिरक्षित किया जाता है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.रामअवतार सिंह ने बताया कि पूर्व में हुए सर्वे में जनपद में एमआर वन में 2157 और एमआर टू में 2636 बच्चों के टीकों से वंचित होने की रिपोर्ट आई थी। ऐसे बच्चों को एमआर वन और टू का टीका लगाने को लेकर सोमवार से विशेष टीकाकरण पखवाड़े की शुरुआत की गई है, जो 24 फरवरी तक चलेगा। इस दौरान लक्षित बच्चों को टीका लगाया जाएगा। इसके अलावा अन्य जानलेवा बीमारियों से बचाव के भी टीके लगाए जाएंगे। इस अभियान का मकसद होता है कि शून्य से पांच साल तक के बच्चे किसी भी प्रकार के टीके से वंचित न रहें। उन्होंने बताया कि बच्चे कई बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं जो कई मर्तबा जानलेवा भी साबित होती है। इनसे बचाव को लेकर इस आयुवर्ग के बच्चों को टीका अवश्य लगवाएं।

उद्घाटन अवसर पर महिला अस्पताल की सीएमएस डॉ.फौजिया अंजुम नोमानी, यूनीसेफ के डीएमसी सरफराज, अर्बन कोआर्डिनेटर पीयूष कुमार, कोल्डचेन मैनेजर सुरजीत मिश्रा, एलएचवी विजयलक्ष्मी सहित अन्य स्टाफ मौजूद रहा।