लखनऊ: भाकपा (माले) ने पेगासस जासूसी कांड की स्वतंत्र जांच की मांग की है। पार्टी ने इसके लिए पहले कदम के रूप में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का इस्तीफा मांगा है।

पार्टी के राज्य सचिव सुधाकर यादव ने बुधवार को जारी बयान में कहा कि यह स्वतंत्र जांच समयबद्ध होनी चाहिए और जनता के सामने यह बात लाई जानी चाहिए कि पेगासस के आपराधिक इस्तेमाल के पीछे कौन कौन हैं।

कामरेड सुधाकर ने कहा कि इजरायली जासूसी सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल लोकतंत्र के तीन स्तम्भों — स्वतंत्र प्रेस, न्यायपालिका और जागरूक नागरिकों — पर सीधा हमला है। इस खुलासे के सामने आने के बाद केंद्र सरकार की प्रतिक्रिया से स्पष्ट हो गया है कि वह जरूर कुछ छिपा रही है, क्योंकि इजरायली कम्पनी के अनुसार वह सिर्फ सरकारों को ही जासूसी सॉफ्टवेयर बेचती है।

उन्होंने कहा कि सरकार पेगासस परियोजना के खुलासों को भारत को बदनाम करने की साजिश बताकर बच नहीं सकती, बल्कि उसे अकड़ दिखाने की जगह यह पता लगाने की कोशिश करनी चाहिए कि किन लोगों ने पेगासस को खरीद कर भारतीय नागरिकों की जासूसी की।