हैदराबादः
आईपीएल 2023 के सबसे ज्यादा उतार-चढ़ाव और उठापटक वाले दिन जहां तेजी से हालात बदले, वहीं सनराइजर्स हैदराबाद की हालत में भी बदलाव हुआ. लगातार दो मैच हारकर सीजन की शुरुआत करने वाली सनराइजर्स हैदराबाद को पहली जीत मिल ही गई. शिखर धवन की एक यादगार पारी ने पंजाब किंग्स को कुछ मुकाबले की स्थिति में पहुंचाया लेकिन मयंक मार्कंडे और राहुल त्रिपाठी ने हैदराबाद को 8 विकेट से जीत दिला ही दी. इसके साथ ही टीम ने अपना खाता भी खोल दिया.

सनराइजर्स हैदराबाद को सीजन के पहले दो मैचों में करारी हार मिली थी. टीम की गेंदबाजी की धज्जियां उड़ रही थी, जबकि बल्लेबाज सरेंडर कर रहे थे. रविवार को अपने घरेलू मैदान पर दोनों मोर्चों पर हैदराबाद ने वापसी की. युवा स्पिनर मयंक मार्कंडेय ने हैदराबाद के लिए अपने डेब्यू मैच में 4 विकेट चटकाकर जोरदारा आगाज किया, जिसके बाद राहुल त्रिपाठी की बेहतरीन पारी ने फिनिशिंग टच लगाया.

इस मैच के पहले 15 ओवरों तक पंजाब किंग्स इस मैच में कहीं भी नहीं थी. उन 15 ओवरों ने ही काफी हद तक हैदराबाद की जीत पक्की कर दी थी. फिर भी तब शायद ही किसी ने सोचा होगा कि हैदराबाद को जीत के लिए 18वें ओवर तक इंतजार करना पड़ेगा. ऐसा हुआ और इसकी वजह बने पंजाब के कप्तान शिखर धवन. इस सीजन की बेहतरीन शुरुआत करने वाले धवन ने अपनी सबसे जबरदस्त पारी खेली और टीम को 143 रन तक पहुंचाया.

धवन ने 66 गेंदों में 99 रन बनाए और नाबाद लौटे. उन्होंने पारी की आखिरी गेंद पर छक्का जमाया और 99 तक पहुंचे लेकिन शतक पूरा नहीं कर सके. शतक अगर होता तो ये IPL की सर्वश्रेष्ठ शतकों में से होता लेकिन फिर भी ये बेस्ट पारियों में से एक कहा जा सकता है.

पहले ओवर से ही पंजाब ने विकेट गंवाने शुरू कर दिये थे और 15वें ओवर की आखिरी गेंद पर उसका 9वां विकेट गिरा. तब स्कोर था सिर्फ 88 रन. यहां से आखिरी पांच ओवरों में धवन ने आखिरी बल्लेबाज मोहित राठी के साथ 55 रनों की रिकॉर्ड साझेदारी की. आखिरी 30 गेंदों की इस साझेदारी में धवन ने अकेले 28 गेंदें खेलीं और टीम को मुकाबले की स्थिति में पहुंचाया. हैदराबाद के लिए मयंक मार्कंडे (4/15) सबसे सफल रहे.

मैच के बाद 99 रनों की नाबाद पारी खेलने वाले शिखर धवन ने कहा, एक बल्लेबाज़ी यूनिट के तौर पर हमने लगातार विकेट गंवाए। इस पिच पर 175 रन काफ़ी होते। पिच बल्लेबाज़ों के लिए मुफ़ीद लग रही थी लेकिन इस पर बल्लेबाज़ी करना इतना भी आसान नहीं था। गेंद में मूवमेंट प्राप्त हो रही थी। हम अपने प्रदर्शन पर आत्मचिंतन करेंगे। कप्तानी का लुत्फ़ उठा रहा हू।