इंडियन प्रीमियर लीग की फ्रेंचाइजी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) 2025 का खिताब जीतने के एक हफ्ते बाद ही नए मालिकों की तलाश में नज़र आ रही है। क्रिकेट की दुनिया में गश्त कर रही ख़बरों के मुताबिक फ्रेंचाइजी RCB के मौजूदा मालिक, डियाजियो पीएलसी, फ्रेंचाइजी को आंशिक या पूरी तरह से बेचने के लिए बाजार में खरीदार तलाश रहे हैं। यह फैसला टीम द्वारा अपना पहला आईपीएल खिताब जीतने और फिर जीत के जश्न के समय मची भगदड़ में 11 लोगों के मरने से उठे विवाद के बाद ब्रांड की लोकप्रियता में आई उछाल के मद्देनजर लिया गया है।

आरसीबी को भारत में यूनाइटेड स्पिरिट्स लिमिटेड द्वारा डियाजियो पीएलसी के माध्यम से चलाया जाता है, जो संभावित निवेशकों के साथ बातचीत कर रही है। हालांकि अभी तक फ्रेंचाइजी के मूल्यांकन के बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है, लेकिन ब्लूमबर्ग ने बताया है कि मालिक पूरी बिक्री के लिए 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर (लगभग 16,834 करोड़ रुपये) की कीमत मांग सकते हैं।

मामले से परिचित लोगों के अनुसार, ब्रिटिश डिस्टिलर और यूनाइटेड स्पिरिट्स लिमिटेड की पैरेंट कंपनी डियाजियो पीएलसी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु में आंशिक या पूर्ण हिस्सेदारी बेचने के विकल्पों का मूल्यांकन कर रही है। लोगों ने बताया कि शराब की दिग्गज कंपनी हाल ही में खिताब जीतने के बाद आईपीएल फ्रेंचाइजी से पैसे कमाने के तरीके तलाश रही है। साथ ही, डियाजियो इस सौदे को प्रबंधित करने के लिए संभावित सलाहकारों से बात कर रही है।

जैसे ही आरसीबी की संभावित बिक्री की खबर आई, लोगों की भावनाओं ने यूनाइटेड स्पिरिट्स के शेयरों को भी बढ़ावा दिया। मंगलवार की सुबह शेयर की कीमतों में 3.3% तक की बढ़ोतरी हुई। हालांकि, फ्रेंचाइजी को बेचना है या नहीं, इस पर अभी अंतिम फैसला नहीं हुआ है।

आईपीएल खिताब जीतने के बाद आरसीबी को भी निराशा हाथ लगी, जब बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में फ्रेंचाइजी के खिताब का जश्न मनाने के दौरान 11 प्रशंसकों की मौत हो गई। जश्न मनाने के दौरान कई लोगों की मौत हो गई, जिससे उत्साह में नाटकीय रूप से कमी आई।

जब 2008 में इस फ्रैंचाइज़ी की शुरुआत हुई थी, तो इसे मूल रूप से विजय माल्या ने खरीदा था, जो किंगफिशर एयरलाइंस के मालिक थे और भारत के शराब उद्योग में सबसे प्रसिद्ध हस्तियों में से एक थे। माल्या खुद को कर्ज के जाल में फंसा हुआ पाया, जिससे उसका साम्राज्य ढह गया, जिससे डियाजियो को भारत में अपनी सहायक कंपनी यूनाइटेड स्पिरिट्स के माध्यम से आरसीबी को खरीदने का मौका मिला।