हमीरपुर
जनपद के स्वास्थ्य केंद्रों पर बुधवार से बाल स्वास्थ्य पोषण माह की शुरुआत हुई | स्वास्थ्य केंद्रों, आंगनबाड़ी केंद्रों और स्कूलों में नौ माह से पांच साल तक बच्चों को विटामिन ए की खुराक दी गई। मुख्यालय में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. ए के रावत की मौजूदगी में प्राथमिक विद्यालय रमेड़ी (कंपोजिट) में चेयरमैन कुलदीप निषाद ने अभियान का शुभारंभ किया। उन्होंने यहां बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई।

एक माह तक चलने वाले इस अभियान में नौ माह से लेकर पांच साल तक के करीब 1.42 लाख शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई जाएगी। अभियान प्रत्येक सप्ताह बुधवार और शनिवार को नियमित टीकाकरण के साथ चलाया जाएगा।

बुधवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. ए के रावत की मौजूदगी में प्राथमिक विद्यालय रमेड़ी (कंपोजिट) में आंगनबाड़ी केंद्रों और स्कूल के बच्चों को विटामिन ए की खुराक दी गई। इस अभियान का शुभारंभ चेयरमैन कुलदीप निषाद ने किया। उन्होंने शासन द्वारा स्वास्थ्य के क्षेत्र में संचालित की जा रही जन उपयोगी योजनाओं की जानकारी दी।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि प्रत्येक सप्ताह बुधवार और शनिवार को अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान टीकाकरण केंद्रों पर आने वाले नौ माह से लेकर पांच साल तक के बच्चों को विटामिन ए की खुराक दी जाएगी। नौ से बारह माह तक के बच्चों को आधी चम्मच यानी एक एमएल, एक से पांच साल तक के बच्चों को दो एमएल दवा दी जानी है। उन्होंने बताया कि जिले में कुल 1.42 लाख बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य है।

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. महेश चंद्रा ने बताया कि विटामिन ए से रोग प्रतिरोधक प्रणाली मजबूत होती है। स्किन भी सही होती है। हड्डियां मजबूत और घाव भरने में भी मदद करती है। विटामिन ए में एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होता है, जो आंखों की बीमारियों के खतरे कम करता है। इम्यून सिस्टम के कार्यों को बेहतर बनाने और दिल, फेफड़े, किडनी के साथ ही शरीर के दूसरे आवश्यक अंगों के कार्यों को भी सामान्य रखने के लिए विटामिन ए की भूमिका काफी अहम होती है।

इस मौके पर जिला मलेरिया अधिकारी आरके यादव, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला प्रबंधक सुरेंद्र साहू, प्रधानाध्यापक दिलीप सिंह गौतम, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाएं सहित शिक्षक मौजूद रहे।